भोपाल

थाइराइड से बढ़ा वजन कम करेंगी मीठी गोलियां, ब्रेन स्ट्रोक में भी होम्योपैथी कारगर

Homeopathic Treatment : हाईपोथाइराइडिज्म के मरीजों पर एक महत्वपूर्ण अध्ययन शुरू। 150 मरीजों पर होम्योपैथी और प्राकृतिक चिकित्सा दोनों का इस्तेमाल कर कई गंभीर और लाइलाज बीमारियों पर काम किया जा रहा है।

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थाइराइड से बढ़ा वजन कम करेगी होम्योपैथी (Photo Source- Patrika)

दुर्गेश शर्मा की रिपोर्ट

Homeopathic Treatment :मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में हाइपोथायराइडिज्म के मरीजों पर एक महत्वपूर्ण अध्ययन शुरू हुआ है, जिसके तहत होम्योपैथिक दवाओं और प्राकृतिक चिकित्सा के संयोजन से जीवनशैली बीमारियों का इलाज किया जाएगा। थायरायड की वजह से बढ़े वजन को होम्योपैथी की मीठी गोलियों के जरिए कम किया जाएगा।

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इसमें जल के विभिन्न तापमान का बॉडी पर उपयोग कर मोटापा कम किया जाएगा। कॉलेज के प्रिंसिपल एसके मिश्रा ने बताया कि, प्राकृतिक और होम्योपैथी पद्धति के सम्मिश्रण से 150 मरीजों पर अध्ययन चल रहा है।

सोरायसिस में भी जगी नई उम्मीद

कॉलेज में चल रहे अनुसंधान के अनुसार, होम्योपैथी सोरायसिस में इलाज में बहुत कारगर साबित हुआ है। त्वचा संबंधी लाइलाज सोरायसिस के मरीजों को इलाज से बहुत फायदा हुआ है।

ब्रेन स्ट्रोक में पहली पहल

देश में पहली बार भोपाल में ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों का होम्योपैथी से इलाज शुरू हुआ है। गंभीर न्यूरोलॉजिकल स्थिति में भी राहत की उम्मीद जगी है। ये राष्ट्रीय स्तर का शोध है, जिसमें होम्योपैथी को जटिल बीमारियों के इलाज के लिए प्रयोग किया जा रहा है।

होम्योपैथी के साथ प्राकृतिक चिकित्सा

हाइपोथायराइडिज्म के मरीजों के इलाज में होम्योपैथिक दवाओं के साथ प्राकृतिक चिकित्सा को जोड़ा गया है। इसमें एनीमा, शंखप्रक्षालन के साथ-साथ जल के विभिन्न तापमान का उपयोग कर उपचार किया जा रहा है। मरीजों को शुरुआत में डेली विजिट पर बुलाया जाता है, जिसके बाद उन्हें कुछ दिनों के अंतराल पर बुलाया जाता है। ताकि इलाज के प्रभाव की सटीक निगरानी की जा सके।

Published on:
23 Nov 2025 09:05 am
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