MP News : भोपाल के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. किसलय श्रीवास्तव ने कहा कि नींद के दौरान माइंड से लेकर बॉडी तक रिचार्ज होते हैं। जितना कम चार्ज होंगे उतना कम काम कर सकेंगे।
शंशाक अवस्थी
MP News : करियर की उड़ान और अधिक मेहनत से जल्द सफलता की चाह गंभीर रोगों की ओर ढकेल रही हैं। हर व्यक्ति को 6 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए। इससे कम या ज्यादा होना, दोनों घातक है। भोपाल के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. किसलय श्रीवास्तव ने कहा कि नींद के दौरान माइंड से लेकर बॉडी तक रिचार्ज होते हैं। जितना कम चार्ज होंगे उतना कम काम कर सकेंगे।
हम सोते हैं तो मस्तिष्क, प्रतिरक्षा प्रणाली, कोशिकाओं का विकास, टिशु की मरम्मत और मांसपेशियों की रिकवरी होती है। कार्डियक मरीजों में से 60 से 65 फीसदी मरीजों में कम नींद या ज्यादा नींद के कारण अवसाद और फिर दिल से जुड़े रोग की शुरुआत होती हैं। नींद की समस्या के समाधान के लिए कॉग्निटिव विहैवियरल थेरेपी बहुत कारगर है। योग और ध्यान से भी नींद नहीं आने की समस्या दूर हो सकती है।
1. गुडनाइट कहने के बाद 30 मिनट के भीतर नींद आ जाए।
2.रात में पांच मिनट से ज्यादा नींद डिस्टर्ब न हो।
3.रात में जागे भी तो फिर तुरंत नींद में चले जाएं।
4. 6 से 8 घंटे की नींद होने पर प्राकृतिक रूप से खुद खुल जाए।
5. सुबह उठें तो तरो-ताजा महसूस करें।
6. ऊर्जा भंडार को दुरुस्त करती है नींद
नींद आराम करना भर नहीं है, यह ऊर्जा भंडार को दुरुस्त करती है। याददाश्त को दुरुस्त रखती है। गहरी नींद में शरीर घावों को पूरा करता है और इम्युनिटी को बढ़ाता है। ओपीडी में आने वाले रोगियों में आधे से ज्यादा लोगों में आंखों से नींद कोसों दूर होने की बात सामाने आई है। इसके उनके शरीर पर नकारात्मक असर हुए।-डॉ. जेपी अग्रवाल, एचओडी, मनोरोग विभाग, गांधी मेडिकल कॉलेज