Tiger hunting in MP: मध्य प्रदेश में पहली बार टाइगर के शिकार को लेकर डिप्टी रेंजर और वन रक्षक पर इनाम घोषित, नाम-पता बताने वाले को मिलेंगे 5-5 हजार रुपए.. टी-35 रावण का शिकार करने वाले शिकारियों पर भी इनाम घोषित...
Tiger hunting in MP: मध्यप्रदेश में बाघों की सुरक्षा और इसमें लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर कार्रवाई के लिए वन विभाग ने नजीर बनाने की कोशिश की है। एक ओर बालाघाट में दो अगस्त को मिले बाघ के शव को गुपचुप जलाने पर फरार डिप्टी रेंजर टीकाराम हिनोते और वनरक्षक हिमांशु घोरमारे पर 5-5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया। वहीं, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) में बाघ टी-35 के शिकारियों पर भी 25 हजार रुपए इनाम की घोषणा की।
मध्यप्रदेशमें पहली बार बाघों के शिकार से जुड़े मामले में शामिल वनकर्मियों फरारी की सूचना देने वालों को इनाम का ऐलान किया गया। रेंजर और वन रक्षक पर मृत मिले बाघ का शव गुपचुप जलाने और अवशेष नदी में फेंकने के आरोप हैं। दोनों ने शव की लोकेशन बदल-बदल कर शिकार के साक्ष्य खत्म किए। मामले में वन विभाग ने 6 चौकीदारों को गिरफ्तार किया। दो वनकर्मियों को बर्खास्त करने की कार्रवाई शुरू की है।
तवा नदी के बैक वाटर में ग्राम बढ़ चापड़ा के पास शुक्रवार को मिले मृत बाघ की चौथे दिन पहचान हुई। वह एसटीआर का बाघ टी-35 था। 13 साल का टी-35 रावण के नाम से जाना जाता था। वह 6 फीट लंबा था। शिकारियों ने फंदा लगा शिकार किया, फिर पंजा काट ले गए थे। हद यह है कि घटना के 4 दिन बाद भी एसटीआर और टाइगर स्ट्राइक फोर्स के हाथ खाली हैं। सोमवार 25 अगस्त को फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा ने शिकारियों पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया।