बदमाश को पकड़ने की कोशिश में एक सिपाही की जान चली गई। मामला शुक्रवार रात करीब 9 बजे का है। कार की टक्कर से पोल टूटने की वजह से करंट लग गया। बदमाश को बचाने उतरा सिपाही करंट की चपेट में आ गया।
बिजनौर: बदमाश को पकड़ने की कोशिश में एक सिपाही की जान चली गई। बिजली के खंभे से टकराकर नहर में गिरी बदमाशों की कार और फिर उसी नहर में उतरकर जान पर खेल गए सिपाही। बदमाश को बचा तो लिया... लेकिन करंट ने एक वर्दी धारी सिपाही की जान ले ली।
मामला शुक्रवार रात करीब 9 बजे का है। चक्कर चौराहा, कोतवाली शहर क्षेत्र में ट्रक ड्राइवर से मारपीट और फायरिंग कर भाग रहे बदमाशों की कार पुलिस ने घेर ली। लेकिन बदमाशों ने फिर फायरिंग कर दी और कार को गंज राजवाहा की ओर मोड़ दिया। बेकाबू कार हाईटेंशन बिजली के खंभे से टकराई और नहर में जा गिरी।
कार गिरते ही तीन बदमाश फरार हो गए, लेकिन हीमपुर दीपा गांव निवासी नीरज कार में फंस गया। नीरज को बचाने के लिए सिपाही मनोज कुमार और गंगाराम बिना वक्त गंवाए नहर में कूद पड़े। उन्हें क्या पता था कि नहर में करंट दौड़ रहा है! खंभे के गिरने से नहर में करंट उतर गया था।
मनोज और गंगाराम ने नीरज को किसी तरह कार से निकाला और बाहर ला रहे थे कि तभी तीनों करंट की चपेट में आ गए। राहगीरों ने शोर मचाया, पुलिस टीम और स्थानीय लोगों ने तीनों को नहर से निकाला और जिला अस्पताल पहुंचाया।
जिला अस्पताल में इलाज के दौरान सिपाही मनोज कुमार की मौत हो गई। गंगाराम की हालत गंभीर बनी हुई है। घायल बदमाश नीरज से पूछताछ जारी है, जबकि तीन फरार बदमाशों की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।
शनिवार सुबह पुलिस लाइन में सिपाही मनोज को गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम सलामी दी गई। एसपी बिजनौर ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर उनके गांव बागपत रवाना किया गया।
मनोज कुमार बागपत के हेवा गांव के रहने वाले थे। 2016 बैच में भर्ती हुए थे। उनके परिवार में माता-पिता, दो बड़े भाई और एक 5 वर्षीय बेटा है। बड़ा भाई प्रवीण CISF में है और दूसरा भाई विपिन इंटर कॉलेज में शिक्षक है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले मनोज को ईमानदारी और जुझारूपन के लिए जाना जाता था।