राजस्थान के बीकानेर जिले में शनिवार को दो जगह ढाणियों में आग लग गई। एक हादसे में 5 साल के बच्चे की जिंदा जलकर मौत हो गई। वहीं दूसरे हादसे में 50 हजार की नकदी और आभूषण जलकर राख हो गए।
बीकानेर। जसरासर इलाके में गुंदुसर गांव की रोही स्थित एक ढाणी में आग लगने से पांच साल के बच्चे की जिंदा जलकर मौत हो गई। हादसे के वक्त बच्चे को ढाणी में छोड़कर परिजन खेत में काम कर रहे थे। बच्चे का शव एक लोहे की टंकी से मिला है। लोगों का मानना है कि आग लगने के बाद जान बचाने के लिए बच्चे ने लोहे की टंकी में छुपने का प्रयास किया होगा, लेकिन आग तेज होने की वजह से वह बच नहीं सका।
मिली जानकारी के मुताबिक, गुंदुसर गांव के रहने वाले कल्याणसिंह गांव से डेढ़ किमी दूर पूर्वी कांकड़ की रोही स्थित खेत में ढाणी बनाकर परिवार सहित रहता है। शनिवार शाम को कल्याणसिंह और उसकी पत्नी खेत में कृषि कार्य कर रहे थे। इसी दौरान खेत में बनी झोपड़ी में अचानक आग लग गई। लपटें देखकर कल्याणसिंह व पड़ोसी किसान भागकर मौके पर पहुंचे।
पानी व मिट्टी डालकर जैसे-तैसे आग पर काबू पाया, लेकिन तबतक झोपड़ी में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया था। ग्रामीणों ने बताया कि झोपड़ी में एक लोहे की टंकी रखी थी। बालक आग की लपटें देखकर टंकी में छुप गया होगा। इसके बाद आग ने टंकी को चारों ओर से घेर लिया होगा। बालक लोहे की टंकी में मृत अवस्था में मिला।
श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के गांव कीतासर बीदावतान की रोही में एक ढाणी में आग लगने से नकदी, आभूषण व घरेलू सामान जल गया। जानकारी के अनुसार मनोज कुमार पुत्र सूरताराम मेघवाल की ढाणी में अचानक आग लग गई। पीड़ित ने बताया कि उसका बड़ा भाई आगामी दिनों में दुबई रवाना होगा। इसके लिए उसने कहीं से 50 हजार रुपए लाकर ढाणी में रखे थे।
पीड़ित ने बताया कि वह परिवार सहित पास स्थित भाई की ढाणी में कृषि कार्य में सहयोग के लिए गया था। अचानक गाय की छान से आग की लपटें उठनी शुरू हो गई। मौके पर पहुंचने तक आग ने उसके रहने के लिए बने दो झोपड़ों को चपेट में ले लिया। आसपास के खेतों से भी किसान दौड़कर पहुंचे और पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास करने लगे। लेकिन तब तक 50 हजार रुपए की नकदी, सोने-चांदी के कुछ आभूषण, अनाज, कपड़े सहित घरेलू सामान जलकर राख हो गए। सूचना मिलने पर पटवारी ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद दिलाने की मांग प्रशासन से की है।