बीकानेर

कोर्ट में एसीबी की कार्रवाई… रिश्वत लेते लोक अभियोजक पकड़ा, गिरफ्तार होने पर निगले नोट, अस्पताल में निकलवाए

बीकानेर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई, जिला एवं सत्र न्यायालय एससी एटी परिसर में लोक अभियोजक गिरफ्तार, रिश्वत निगलने पर पीबीएम अस्पताल में नोट निकलवाए

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न्यायालय परिसर में मंगलवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के दल ने विशिष्ट लोक अभियोजक (पीपी) को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की टीम को देख कर पीपी ने रिश्वत में लिया पांच सौ रुपए का नोट निगल लिया। इस पर एसीबी की टीम इस आरोपी को पीबीएम अस्पताल ले गई। जहां चिकित्सकों ने एंडोस्कॉपी के माध्यम से पीपी के पेट से नोट के टुकड़ों को निकाला गया। इसे बोलत में सील कर एसीबी ने एफएसएल जांच के लिए भेजा है। इसी मामले में एसीबी ने एक पूर्व पीपी और एक पेशकार को भी नामजद किया है।

एसीबी के पुलिस निरीक्षक इन्द्र कुमार ने बताया कि जिला एवं सत्र न्यायालय एससी-एसटी कोर्ट में विशिष्ट लोक अभियोजक जगदीश कुमार पुत्र जियाराम को पांच सौ रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने नोखा में दर्ज मारपीट के एक मामले में गवाह के बयान कराने की एवज में रिश्वत ली थी। साथ ही इसी कोर्ट के पूर्व में रह चुके विशिष्ट लोक अभियोजक कुंदन और पेशकार जाकिर को भी नामजद किया गया है। इन दोनों पर भी परिवादी ने पिछली कई पेशी के दौरान रुपए लेने के आरोप लगाए है।

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न्यायालय परिसर में बुलाया रिश्वत देने

पुलिस निरीक्षक के मुताबिक परिवादी रावताराम से विशिष्ट लोक अभियोजक जगदीश ने गवाह के बयान कराने की एवज में एक हजार रुपए की रिश्वत मांगी। परिवादी की शिकायत का एसीबी ने सत्यापन किया तो सही पाई गई। सत्यापन के दौरान जगदीश ने परिवादी से 500 रुपए ले भी लिए थे। शेष पांच सौ रुपए मंगलवार को न्यायालय परिसर में लिए। परिवादी ने जगदीश को पांच सौ रुपए का नोट देते ही एसीबी के अधिकारियों को इशारा कर दिया। एसीबी की टीम ने आरोपी को तुरंत ही काबू कर लिया।

पूर्व पीपी व पेशकार भी नामजद

पुलिस निरीक्षक इन्द्र कुमार ने बताया कि आरोपी जगदीश को सदर थाने ले जाकर पूछताछ की गई है। परिवादी ने इससे पहले रहे विशिष्ट लोक अभियोजक कुंदन एवं पेशकार जाकिर पर भी रिश्वत लेने के आरोप लगाए है। एसीबी ने इन आरोपों का भी पहले ही सत्यापन किया है। बार-बार रुपए देने से तंग आकर ही परिवादी ने एसीबी में शिकायत की। आरोपी जगदीश करीब तीन महीने पहले ही विशिष्ट लोक अभियोजक नियुक्त हुए है। गत 3 जून को परिवादी से आरोपी जगदीश ने एक हजार रुपए मांगे लेकिन, उसने 500 रुपए ही दिए थे। इस बार फिर आरोपी ने एक हजार रुपए देने की मांग की।

पकड़े जाने पर पुलिस निरीक्षक की अंगुली चबाई

पकड़े जाने पर विशष्ट लोक अभियोजक जगदीश पहले तो धमकाने लगा। फिर उसने तुरन्त रिश्वत की राशि मुंह में डाल कर निगल ली। पुलिस निरीक्षक ने जगदीश के मुंह को खोलकर नोट बरामद करने का प्रयास किया। इस दौरान आरोपी ने निरीक्षक की अंगुली को दांतों से काट दिया। इसके बाद नोट बरामद करने के लिए एसीबी टीम आरोपी को अस्पताल ले गई।

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Updated on:
15 Jul 2025 07:28 pm
Published on:
15 Jul 2025 03:43 pm
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