बीकानेर

एसआई भर्ती परीक्षा नकल प्रकरण : अब तक आठ उपनिरीक्षक सेवा से बर्खास्त

र्ष 2021 में आयोजित उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में नकल की एसओजी ने जांच की है। प्रदेशभर के कई प्रशिक्षु उप निरीक्षकों की संलिप्तता सामने आई। इसके बाद गिरफ्तारियां शुरू हुईं।

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बीकानेर. उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने शनिवार को दो और उपनिरीक्षकों को राजकीय सेवा से बर्खास्त कर दिया है। आईजी अब तक आठ उप निरीक्षकों को राजकीय सेवा से बर्खास्त कर चुके हैं।

आईजी ने शनिवार को 2021 बैच के एसआई श्रीगंगानगर जिला आवंटित करणपाल गोदारा पुत्र ओमप्रकाश गोदारा, हनुमानगढ़ जिला आवंटित मंजू देवी पत्नी इन्द्र कुमार को सेवा से बर्खास्त करने के आदेश जारी किए। इससे पहले शुक्रवार को उपनिरीक्षक मनीष बेनीवाल पुत्र श्रवण कुमार, जयराज सिंह पुत्र आसूसिंह, अंकिता गोदारा पुत्री श्यामसुंदर, सुश्री मनीषा सिहाग पुत्री अर्जुनराम की सेवा बर्खास्त कर दी थी। इन चारों एसआई को श्रीगंगानगर जिला आबंटित था।

गौरतलब है कि चार दिन पहले आईजी ने उपनिरीक्षक मंजू बिश्नोई एवं श्रवण कुमार गोदारा को सेवा से बर्खास्त किया था। बीकानेर रेंज के अलावा जयपुर, उदयपुर और कोटा रेंज के 11 प्रशिक्षु एसआई को भी निलंबित किया गया था। इनमें से किसी ने अपनी जगह डमी अभ्यर्थी को परीक्षा में बैठाया था, तो किसी ने अन्य संसाधनों से परीक्षा पासआउट की थी। स्पेशल ग्रुप ऑफ ऑपरेशन ने जब उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा की जांच की, तो एक के बाद एक खुलासे हुए और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

अब तक 89 गिरफ्तार

एसओजी ने उप निरीक्षक पेपर लीक मामले में आधा दर्जन गैंग के 47 आरोपी गिरफ्तार किए हैं, जिसमें जगदीश बिश्नोई, पोरव कालेर, अशोक नाथावत, भूपेन्द्र सारण, शेर सिंह मीना, गमाराम व अन्य शामिल हैं। इनके अलावा मामले में 42 ट्रेनी थानेदार गिरफ्तार किए गए हैं।

यह है मामला

वर्ष 2021 में आयोजित उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में नकल की एसओजी ने जांच की है। प्रदेशभर के कई प्रशिक्षु उप निरीक्षकों की संलिप्तता सामने आई। इसके बाद गिरफ्तारियां शुरू हुईं। एसओजी अब तक 89 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर चुकी हैं। इनमें से 27 जमानत पर रिहा हो चुके हैं। शेष न्यायिक अभिरक्षा में हैं।

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