Bilaspur High Court: सिस्टम की मार से मरीजों का बढ़ रहा दर्द: लिट, जांच मशीनें, ड्रेनेज सिस्टम, सीपेज, सफाई जैसी बुनियादी समस्याएं बरकरार
Bilaspur High Court: संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सिम्स में फैली अव्यवस्थाओं को सुधारने स्वयं हाईकार्ट के संज्ञान लेने पर कलेक्टर लगातार यहां निरीक्षण के लिए पहुंच रहे। पिछले 48 दिन में ही उन्होंने 6 बार अस्पताल का निरीक्षण किया, लिट, जांच मशीनें, ड्रेनेज सिस्टम, सीपेज, परिसर में जलभराव, सफाई समेत अन्य समस्याओं को सुलझाने कई बार मियाद दी, फिर भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। लिहाजा यह कहना लाजिमी होगा कि जिले के प्रशासनिक मुखिया तक की प्रबंधन नहीं सुन रहा, मरीजों की गुहार तो दूर की बात…!
कलेक्टर के लगातार निरीक्षण के बाद भी सिम्स में व्यवस्थाएं न सुधरने पर अब लोग यह बोलने लगे हैं कि हाईकोर्ट की सती के चलते कलेक्टर को निरीक्षण के लिए यहां आना पड़ रहा। हकीकत में दिखावे के निरीक्षण से ज्यादा कुछ नहीं है।
डॉ. लखन सिंह, एमएस सिम्स: नई टीम के साथ स्टेप वाइज काम शुरू किए गए हैं। रेडियोलॉजी में कूलिंग सिस्टम को जल्द सुधार लिया जाएगा। साथ ही लिट व ड्रेनेज सिस्टम के काम भी जल्द पूर्ण कर लिए जाएंगे।
9 अक्टूबर को सिस में निरीक्षण के लिए पहुंचे कलेक्टर ने प्रबंधन को फिर से निर्देश दिए कि जो दो लिट शिटिंग होने हैं, उनका काम जल्द पूरा किया जाए। ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त किया जाए। हॉस्पिटल बिल्डिंग में सीपेज को रोकने व्यवस्था बनाई जाए। अभी तक सिर्फ दो नए लिफ्ट लगाने का काम शुरू किया गया है।
पहले जहां कलेक्टर सिम्स का जायजा लेने कभी कभार ही पहुंचते थे, हाईकोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने के बाद नियमित अंतराल में पहुंच रहे हैं, पर व्यवस्था में सुधार नहीं दिख रहा है। कलेक्टर अवनीश शरण ने अगस्त से लेकर अक्टूबर में अब तक 7 बार सिम्स का निरीक्षण करने पहुंचे।
इस बीच उन्होंने हर बार लिफ्ट, जांच मशीनों के सुधार, ड्रैनेज सिस्टम में सुधार, हॉस्पिटल बिल्डिंग में सीपेज, परिसर में जल भराव, सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने कड़े निर्देश दिए, फिर भी कोई सुधार नहीं दिख रहा है। स्थिति ये है कि कलेक्टर सिम्स में जैसे हालात देख कर जाते हैं, दोबारा निरीक्षण के दौरान उससे बढ़ कर अव्यवस्थाएं मिलती हैं।
8 सितंबर को पहुुंचे कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान देखा कि 6 लिफ्टों में फिर से एक बंद पड़ी हुई है। इसे दो दिन में दुरुस्त करने कहा। साथ ही दो नई लिफ्टों को स्थापित करने प्रबंधन को 1 महीने का समय दिया। सिर्फ एक बिगड़ी लिफ्ट को दुरुस्त करने के अलावा कोई काम नहीं हुआ।
3 सितंबर को कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान प्रबंधन को निर्देश दिए कि बिगड़ी लिफ्टों को जल्द सुधारा जाए। इसके अलावा दो नई लिफ्ट लगाने का काम जल्द शुरू किया जाए। बिगड़े सीसीटीवी कैमरे जल्द दुरुस्त किए जाएं। बिगड़ी लिफ्टों को दुरुस्त कराने के अलावा कोई काम नहीं हुआ।
Bilaspur High Court: 23 सितंबर सिम्स का जायजा लेने स्वयं स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल पहुंचे। यहां की अव्यवस्थाएं देख प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई। साथ ही पूर्व में आयुष्मान योजना समेत अन्य मामलों में गड़बड़ी पर तत्कालीन डीन डॉ. केके सहारे व एमएस डॉ. सुजीत नायक को तत्काल निलंबित करने आदेश जारी किया।
हैल्थ सेक्रेटरी ने उन्हें निलंबित कर नए डीन डॉ. रमणेश मूर्ति व एमएस डॉ.लखन सिंह को यहां पदस्थ किया। जबकि कलेक्टर ने अब तक लापरवाही को लेकर किसी भी पदाधिकारी पर कार्रवाई की अनुशंसा तक नहीं की।