CG News: बिलासपुर जिले में कलेक्टर कार्यालय के पीछे स्थित कुदुदंड क्षेत्र में पिछले छह महीने से ट्रांसफार्मर जल जाने के बाद भी उसे बदला नहीं गया है।
CG News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में कलेक्टर कार्यालय के पीछे स्थित कुदुदंड क्षेत्र में पिछले छह महीने से ट्रांसफार्मर जल जाने के बाद भी उसे बदला नहीं गया है। यूडीएम हॉस्पिटल तिराहा का ट्रांसफार्मर लगभग 6 माह पहले जलकर पूरी तरह खराब हो चुका है, लेकिन अब तक इसकी मरमत या बदलने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया।
पहले मिलन चौक और यूडीएम हॉस्पिटल तिराहा इलाके को अलग-अलग ट्रांसफार्मर से बिजली आपूर्ति की जाती थी, लेकिन ट्रांसफार्मर जलने के बाद विद्युत विभाग ने अस्थायी रूप से मिलन चौक ट्रांसफार्मर से ही दोनों क्षेत्रों को बिजली देना शुरू कर दिया है।
मिलन चौक का ट्रांसफार्मर पहले से ही ओवरलोड था, अब उसमें तुलजा भवानी, सुधा विहार और यूडीएम हॉस्पिटल तिराहा क्षेत्र का अतिरिक्त लोड जोड़ दिए जाने से स्थिति और बिगड़ गई है। नतीजा, आए दिन बिजली गुल होने की समस्या यहां के लोग झेल रहे हैं।
वार्ड क्रमांक 16 और 18 के लोगों ने बताया कि कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। दोनों वार्ड के तकरीबन 10 हजार लोग परेशान हैं। लोगों का कहना है कि शहर के बीचों-बीच होने के बावजूद कुदुदंड क्षेत्र में दिया तले अंधेरा जैसी स्थिति है। शासन-प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधि केवल नाम के लिए सक्रिय हैं, जबकि आम जनता छह महीनों से बिजली की समस्या को लेकर परेशान है।
इधर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी (शहर एवं ग्रामीण) 6 अक्टूबर को बिजली कार्यालय तिफरा का घेराव और तालाबंदी करेगी। यह आंदोलन प्रदेश में बिजली बिलों में बेतहाशा वृद्धि, लगातार बिजली कटौती और भूपेश सरकार की 400 यूनिट तक हाफ बिजली बिल योजना को समाप्त करने के विरोध में आयोजित किया जा रहा है।
शहर अध्यक्ष विजय पांडेय और ग्रामीण जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता बिजली की मार झेल रही है, जबकि उद्योगपति इसका लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन उजड़ रहे हैं, पर्यावरण दूषित हो रहा है, सड़कें खराब है, पर सरकार उद्योगपतियों के इशारों पर नाच रही है। अध्यक्ष ने कहा कि 9 या 12 वॉट के बल्ब जलाने पर भी कई गुना ज्यादा बिल आ रहे हैं।