Bilaspur News: जिला एवं सत्र न्यायालय बिलासपुर में भृत्य पदों की भर्ती प्रक्रिया में बड़ी अनियमितता का मामला सामने आया है। भर्ती विज्ञापन के अनुसार केवल आठवीं पास अभ्यर्थी आवेदन के लिए पात्र थे।
Chhattisgarh News: जिला एवं सत्र न्यायालय बिलासपुर में भृत्य पदों की भर्ती प्रक्रिया में बड़ी अनियमितता का मामला सामने आया है। भर्ती विज्ञापन के अनुसार केवल आठवीं पास अभ्यर्थी आवेदन के लिए पात्र थे। आरोप है कि 8वीं कक्षा से अधिक 10वीं-12वीं और कॉलेज किए हुए कई युवाओं ने अपनी उच्च योग्यता को छिपाते हुए फर्जी शपथ पत्र के सहारे नौकरी पा ली है।
इसे लेकर अभ्यर्थी रहे दीपक कुमार ने जिला न्यायालय में लिखित शिकायत दर्ज कर बताया कि चयनित कई अभ्यर्थियों ने अपनी असली शैक्षणिक योग्यता छुपाकर आवेदन किया। इसमें अर्जुन धुरी, अन्थोनी सक्सेना, आशीष कुमार साहू, कुश कुमार साहू और भूपेंद्र कुमार अनंत शामिल हैं। इन अभ्यर्थियों ने 10वीं और 12वीं की पढ़ाई छुपाते हुए भर्ती परीक्षा में भाग लिया। दीपक का दावा है कि उनके पास इसके सबूत हैं। दीपक ने इस सब के दस्तावेज आरटीआई के जरिए प्राप्त किए हैं।
शिकायतकर्ता दीपक कुमार ने बताया कि आवेदन में स्पष्ट नियम थे कि केवल आठवीं पास वाले ही पात्र होंगे। यदि कोई 9वीं भी पढ़ा होगा तो अपात्र होगा। वह खुद भी आठवीं पास है, इस कारण पात्र थे। 10 पदों के लिए 3200 आवेदन आए थे, 1600 लोगों को इसलिए अपात्र माना गया क्योंकि वे 8वीं से अधिक पढ़े थे।