Bilaspur News: महिला ने बताया कि उसकी गाय कई घंटों से प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी और पेट में बछड़ा फंसा हुआ था, लेकिन अस्पताल पहुंचने के बावजूद उसे कोई ठोस इलाज नहीं मिला। मजबूर होकर उसने प्रशासन का दरवाजा खटखटाया।
CG News: जिले में पशु चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए एक महिला ने ऐसा कदम उठाया, जो अब चर्चा का विषय बन गया है। जिला पशु चिकित्सालय श्याम टाकीज में समय पर उपचार न मिलने से आक्रोशित महिला वंदना गुप्ता शुक्रवार को अपनी गंभीर रूप से बीमार गाय को लेकर सीधे कलेक्टर कार्यालय पहुंच गई।
महिला ने बताया कि उसकी गाय कई घंटों से प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी और पेट में बछड़ा फंसा हुआ था, लेकिन अस्पताल पहुंचने के बावजूद उसे कोई ठोस इलाज नहीं मिला। मजबूर होकर उसने प्रशासन का दरवाजा खटखटाया।
बता दें कि महिला ऑटो से गाय को जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉ. राम ओतलवार ने ऑपरेशन करने से इंकार कर दिया और एक निजी चिकित्सक का नंबर थमा दिया। इधर निजी डॉक्टर पीयूष दुबे द्वारा ऑपरेशन किया गया, लेकिन देर से उपचार मिलने के कारण गाय के बच्चे की मौत हो गई। गौपालक गाय को अपने घर ले गया है। गौसेवा समिति ने अस्पताल में 24 घंटे सुविधा, ऑपरेशन की व्यवस्था, 1962 हेल्पलाइन दुरुस्त (CG News) करने और लापरवाह डॉक्टर को तत्काल हटाने की मांग की है।
पशु चिकित्सालय में गाय का ऑपरेशन नहीं हो पाने के मामले में जानकारी मिलते ही ज्वाइंट डायरेक्टर वेटनरी को निर्देशित किया गया है कि संबंधित पशु का बेहतर उपचार कराए जाने की व्यवस्था करें। - संजय अग्रवाल, कलेक्टर