बेटे सलमान खान को लगातार मिल रही जान से मारे की धमकियों के बीच अब सलीम खान का सब्र का बांध टूट गया है। उन्होंने गैंगस्टर को करारा जवाब दिया है।
सुपरस्टार सलमान खान आए दिन किसी-न-किसी वजह से चर्चा में रहते हैं, लेकिन इन दिनों वह लॉरेंस बिश्नोई गैंगस्टर की धमकियों को लेकर सुर्खियों में है। बाबा सिद्दीकी की मौत के बाद से ही दोबारा सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई गैंग की तरफ से लगातार धमकियां मिल रही हैं। भाईजान की सुरक्षा के लिए उनकी सिक्योरिटी भी टाइट कर दी गई है। अब इन सबके बीच सलमान खान के पिता सलीम खान ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और लॉरेंस बिश्नोई को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
सलमान खान और लॉरेंस बिश्नोई के बीच काले हिरण को मारने को लेकर काफी पुरानी लड़ाई है। हम साथ-साथ हैं की शूटिंग के दौरान सलमान खान के ऊपर काले हिरण को मारने का आरोप लगा था, जिसके बाद से ही बिश्नोई ने एक्टर को मारने की कसम खाई हुई है। वह चाहते हैं कि सलमान खान उनके मंदिर में जाकर माफी मांगे। इस मुद्दे पर अब सलमान खान के पिता सलीम खान ने खुलकर बात की है। उन्होंने कहा, "सलमान खान ने कभी भी किसी जानवर को नुकसान नहीं पहुंचाया है और वह काले हिरण के शिकार की घटना के दौरान भी वहां मौजूद नहीं थे। सलमान खान ने अपने बीमार पालतू कुत्ते की देखभाल की और जब वह मर गया तो रोया। उसको शौक नहीं है जानवर मारने का, वह जानवरों से मोहब्बत करता है।"
सलीम खान ने आगे कहा, "सलमान खान ने कभी किसी जानवर को नहीं मारा, कभी कॉकरोच तक नहीं मारा। तो सलमान किस बात के लिए माफी मांगें? आपने कितने लोगों से माफी मांगी है? कितने जानवरों की जान बचाई है? माफी उससे मांगी जाती है, जिसके साथ आपने गुनाह किया हो, जिसके पैसे खाए हो, यह तो सीधे तौर पर एक्सटॉर्शन है। सलमान ने कोई अपराध नहीं किया है। कोई गुनाह नहीं किया। आपने देखा है क्या? आपको मालूम है, जांच पड़ताल की है आपने? हमने तो कभी बंदूक भी इस्तेमाल नहीं की।"
सलीम खान के इस बयान के बाद बिश्नोई समाज और भड़क गया है। इसे लेकर अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया ने कहा कि उनके कांकाणी गांव के पास ही यह शिकार हुआ था, जिसके उनके पास 20 गवाह भी हैं। उन्होंने आगे कहा, "पुलिस ने हिरण बरामद करने के साथ हथियार भी बरामद किया है। पुलिस और वन विभाग ने मुकदमा दर्ज किया है। कोर्ट ने उनको सजा भी सुनाई। झूठा केस नहीं, बल्कि सलमान खान और उनका पूरा परिवार है। बिश्नोई समाज पर रिश्वत जैसा आरोप लगाया, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता। यह हमारे खून में नहीं है। 363 पेड़ों को बचाने के लिए जिस समाज के कई लोग शहीद हो गए, उन पर इस तरह के आरोप लगाकर वह हमारे लिए दूसरी बार गुनहगार बन चुके हैं।"