जिले में तेज बारिश के चलते तीन दिन से मेज नदी में तेज बहाव के चलते मेज नदी पुल तथा आस पास के क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। मंगलवार पुल से पानी उतरा तो बर्बादी का मंजर देखने को मिला।
लाखेरी. जिले में तेज बारिश के चलते तीन दिन से मेज नदी में तेज बहाव के चलते मेज नदी पुल तथा आस पास के क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। मंगलवार पुल से पानी उतरा तो बर्बादी का मंजर देखने को मिला। मेज नदी पुलिया का पापडी गांव की तरफ के छोर पर पानी के तेज बहाव के चलते मिट्टी का कटाव होने के कारण बहुत बड़ा गड्ढा हो गया।
खरायता जाने वाली सडक़ पर स्थित नाले की जगह बहुत बड़ा खाळ दिखाई दे रहा है। मेज नदी के किनारे बने हुए मिट्टी के टीले भी पानी में बह निकले। जिससे टीले पर स्थित विद्युत विभाग का पोल टूट कर नदी में बह गया। मेज नदी पुल पर डामर की परत कई जगह से उखड़ गई। मेज नदी पुलिया के किनारे पर बने बालाजी के मंदिर को भी नुकसान पहुंचा है। मेज नदी की पुलिया पर जलदाय विभाग द्वारा पानी की आपूर्ति हेतु बिछाई गई पाइप लाइन बह गई। वही मोटर संचालन हेतु बनाई गई केबिन भी पूरी तरह ध्वस्त हो गई।
तीन दिन बंद रहा नेटवर्क
मेज नदी की बाढ के कारण पुल के सहारे बिछी ओएफसी केबल पानी म ेंडूबने और खराब होने के कारण लाखेरी उपखंड क्षेत्र मे तीन दिनो से मोबाइल कनेक्टिविटी पूरी तरह से ठप्प हो गई। यह मंगलवार 11 बजे सुचारु हो पाया। निर्माण विभाग के एक्सईएन सतीश सिघंल ने बताया कि पुल की स्थिति के लिए रिडकोर को अवगत करवाया है। बाढ के बाद जो हालात सामने आए हैं, उससे आवागमन संभव नही हो पाएगा।