FD Interest Rate: विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई आगे भी ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, जिससे एफडी की दरों में और कमी आ सकती है।
FD Interest Rate: आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत कटौती का असर अब फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में मिलने वाली ब्याज दरों पर दिखने लगा है। एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया, पीएनबी सहित कई बैंकों ने एफडी की ब्याज दरें घटा दी हैं। वहीं एचडीएफसी बैंक ने सेविंग अकाउंट पर ब्याज दर को 0.25 प्रतिशत घटा दिया है। एचडीएफसी बैंक ने चुनिंदा अवधि के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों में एस माह की शुरुआत में ही 35 से 40 आधार अंकों की कटौती की थी। विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई आगे भी ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, जिससे एफडी की दरों में और कमी आ सकती है। ब्याज दरों में कटौती होने से डेट फंड्स आकर्षक हो जाएंगे और इनका रिटर्न बढ़ सकता है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने 3 करोड़ रुपए से कम की खुदरा टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दरों में बदलाव किया है। बैंक ने 1 साल से लेकर 3 साल तक की अवधि की एफडी पर ब्याज दरों में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है। एक साल से कम और 2 साल तक की अवधि वाली एफडी पर ब्याज दर घटाकर 6.70 प्रतिशत कर दी है, जो पहले 6.80 प्रतिशत थी। इसी तरह 2 साल से 3 साल तक की एफडी पर 6.90 प्रतिशत ब्याज मिलेगा, पहले यह दर 7 प्रतिशत थी। नई दरें 15 अप्रल से लागू होंगी। बैंक ने अपनी लोकप्रिय अमृत कालश एफडी स्कीम को भी बंद कर दिया है।
बैंक ऑफ इंडिया ने एफडी की ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत कटौती की है। नई ब्याज दरें 15 अप्रैल से लागू हो जाएगी। साथ ही बैंक ने अपनी 400 दिन की अवधि वाली स्पेशल एफडी को बंद कर दिया है, जिसमें 7.30 प्रतिशत ब्याज मिल रहा था। बैंक ऑफ इंडिया की 180 दिन से 1 साल तक की अवधि वाली एफडी की दरें 0.25 प्रतिशत घटाकर 5.75 प्रतिशत की है। बैंक ने एक साल की एफडी में 0.20 फीसदी की कटौती की है, अब नई दरें 6.80 फीसदी है। बैंक ने 1 साल से अधिक और 2 साल से कम अवधि वाली एफडी में 0.5 प्रतिशत की कटौती की है, जिसके बाद नई ब्याज दरें 6.75 फीसदी है।
एचडीएफसी बैंक ने अपने बचत खाते की ब्याज दर में 25 आधार अंकों की कटौती करके इसे 3 फीसदी से घटाकर 2.75 फीसदी कर दिया है। ये दरें 50 लाख रुपए से कम के बैलेंस पर है। जबकि 50 लाख रुपए से ज्यादा के बैलेंस पर ब्याज दर 3.5 प्रतिशत से कम करके 3.25 प्रतिशत कर दी गई है। आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक 50 लाख रुपए से कम के बैलेंस पर 3 प्रतिशत ब्याज दे रहे हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने रेपो रेट से संबद्ध ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है। बैंक ने बताया कि रेपो से संबद्ध कर्ज पर ब्याज दर 9.10 प्रतिशत से घटाकर 8.85 प्रतिशत कर दिया गया है।
एफडी की घटती दरों के बीच आम लोगों के साथ वरिष्ठ नागरिकों के पास निवेश के कई विकल्प मौजूद हैं। सेबी रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार प्रीति जेंडे कहती हैं, सीनियर सिटिजन अब छोटी बचत योजनाओं में निवेश करना चाहिए, क्योंकि अभी यहां की दरें बैंक एफडी से ज्यादा हैं। साथ ही एएए रेटेड कॉरपोरेट एफडी पर भी विचार कर सकते हैं। इनमें मंथली पेमेंट का विकल्प भी होता है और ब्याज दरें भी एफडी से ज्यादा हैं। प्लानअहेड फाइनेंशियल के फाउंडर विशाल धवन ने कहा, अभी ब्याज दरें और गिरने की उम्मीद है। छोटी अवधि की बजाय लंबी अवधि की एफडी में निवेश करना चाहिए।
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम 8.2 फीसदी
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम 7.4 फीसदी
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट 7.7 फीसदी