SIP Calculator: एनुअल स्टेप अप एसआईपी में हर साल अपनी एसआईपी की रकम में कुछ तय प्रतिशत का इजाफा करना होता है।
SIP Calculator: भारत में म्यूचुअल फंड निवेशकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जून 2025 तक म्यूचुअल फंड फोलियो की संख्या 24.13 करोड़ हो गई है। भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का कुल AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) 74.41 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है। जो लोग सीधे शेयर मार्केट में निवेश करने का जोखिम नहीं ले सकते, वे म्यूचुअल फंड के जरिए इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं। म्यूचुअल फंड में भी SIP काफी लोकप्रिय है। इसके जरिए हर महीने एक तय राशि म्यूचुअल फंड में डाली जाती है। यह म्यूचुअल फंड में निवेश का बेहद आसान तरीका है। लॉन्ग टर्म में आप एसआईपी से एक बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
म्यूचुअल फंड एसआईपी में आपका मुनाफा फंड के प्रकार और मार्केट कंडीशंस पर डिपेंड करता है। आमतौर पर यह रिटर्न 6 से 18 फीसदी के बीच होता है। लार्ज कैप इक्विटी फंड्स आमतौर पर 12 से 18 फीसदी और मिडकैप फंड्स 14 से 17 फीसदी औसत रिटर्न देते हैं। डेट फंड में रिस्क कम होता है। ये आमतौर पर 6 से 9 फीसदी रिटर्न देते हैं। वहीं, म्यूचुअल फंड एसआईपी में लॉन्ग टर्म में 12 फीसदी सालाना औसत रिटर्न मिल जाता है।
एनुअल स्टेप अप एसआईपी से आप कम मूल्य की एसआईपी से शुरुआत करके लॉन्ग टर्म में बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। इसमें हर साल एसआईपी की रकम में कुछ तय प्रतिशत की बढ़ोतरी करनी होती है। मान लीजिए कि आपने 10% एनुअल स्टेप अप रखा है। अब अगर आप इस साल 100 रुपये महीने की एसआईपी कर रहे हैं, तो अगले साल से आपको 110 रुपये महीने की एसआईपी करनी होगी और उसके अगले साल से 121 रुपये महीने जमा करने होंगे। समय के साथ-साथ आपकी सैलरी भी बढ़ेगी, तो यह एनुअल स्टेप अप आपको बोझ नहीं लगेगा। इस तरह आप लॉन्ग टर्म में एक बड़ी रकम निवेश कर पाएंगे।
आप जितनी कम उम्र में निवेश शुरू करेंगे, आपको बड़ा फंड बनाने में उतनी ही सहूलियत होगी। अगर आप 10% एनुअल स्टेप अप के साथ 3000 रुपये महीने की एसआईपी से शुरुआत करते हैं, तो 20 साल में आपके पास 55,89,415 रुपये जमा हो जाएंगे। इसमें 20,61,900 रुपये आपके द्वारा निवेश की गई रकम होगी और 35,27,515 रुपये ब्याज आय होगी। यहां हमने औसत ब्याज दर 12 फीसदी ली है।
(डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ सूचना मात्र है। यह निवेश की सलाह नहीं है। म्यूचुअल फंड में निवेश जोखिम भरा होता है। कहीं भी पैसा लगाने से पहले अपने निवेश सलाहकार से परामर्श लें।)