चेन्नई. तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी ने गुरुवार को कहा कि तमिलनाडु विद्युत बोर्ड (टीएनईबी) का अडानी समूह के साथ कोई व्यावसायिक संबंध नहीं है और राज्य सरकार ने सस्ते मूल्य पर सौर ऊर्जा की खरीद के लिए केवल भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआई) के साथ समझौता किया है। बालाजी उद्योगपति गौतम अडानी पर […]
चेन्नई. तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी ने गुरुवार को कहा कि तमिलनाडु विद्युत बोर्ड (टीएनईबी) का अडानी समूह के साथ कोई व्यावसायिक संबंध नहीं है और राज्य सरकार ने सस्ते मूल्य पर सौर ऊर्जा की खरीद के लिए केवल भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआई) के साथ समझौता किया है। बालाजी उद्योगपति गौतम अडानी पर अमरीकी अदालत में दर्ज आरोपों का जवाब दे रहे थे जिसमें अडानी पर अमरीका में निवेशकों के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगा है। अडाणी पर आरोप हैं कि उन्होंने भारतीय उप-महाद्वीप में सौर परियोजनाओं के कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने लिए बड़े पैमाने पर रिश्वत दी और ये बात उन्होंने अमरीकी निवेशकों से छिपाई।
आरोपों को झुठलाया
अपने गृह नगर करुर में पत्रकारों से बातचीत में बालाजी ने कहा, मैं स्पष्ट कर दूं कि टीएनईबी का अडानी समूह के साथ कोई व्यावसायिक संबंध नहीं है। सोशल मीडिया पर निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं और मैं ऐसे सुझावों का स्पष्ट रूप से खंडन करता हूं। मंत्री ने कहा कि टीएनईबी ने केंद्र सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम एसईसीआई के साथ 2.61 रुपए प्रति यूनिट की दर से सौर ऊर्जा खरीदने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। टीएनईबी और एसईसीआई के बीच यह समझौता 25 साल की अवधि के लिए किया गया है। हमने सस्ते दामों पर सौर ऊर्जा खरीदी। हम जानते हैं कि अन्नाद्रमुक सरकार ने बिजली खरीदने के लिए प्रति यूनिट कितनी ऊंची कीमत चुकाई। हमारा समझौता केवल एसईसीआई के साथ था, जिसने निजी कंपनियों (जैसे अडानी समूह) से सौर ऊर्जा खरीदी और हमें बेची। हमारा अडानी समूह से कोई सीधा संबंध नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि मई 2021 में द्रमुक सरकार के सत्ता में आने के बाद टीएनईबी ने अडानी समूह के साथ कोई सीधा समझौता नहीं किया।