प्रत्येक सेक्शन में 60-60 छात्र शामिल होंगे। स्वीकृति मिलने से पहले बार काउंसिल ने विश्वविद्यालय की ऑनलाइन निरीक्षण प्रक्रिया भी पूरी की थी। इससे क्षेत्रीय छात्रों को उच्च स्तरीय विधिक शिक्षा सीधे विश्वविद्यालय परिसर में ही प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय (एमसीबीयू) ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। विश्वविद्यालय को बार काउंसिल ऑफ इंडिया (से स्नातक स्तर का बीए एलएलबी कोर्स प्रारंभ करने की औपचारिक मंजूरी मिल गई है। यह कोर्स इसी शैक्षणिक सत्र 2025-26 से शुरू होगा।
कुलगुरु शुभा तिवारी ने बताया कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने विश्वविद्यालय को कुल 120 सीटों की स्वीकृति प्रदान की है। यह सीटें दो सेक्शन में विभाजित होंगी, प्रत्येक सेक्शन में 60-60 छात्र शामिल होंगे। स्वीकृति मिलने से पहले बार काउंसिल ने विश्वविद्यालय की ऑनलाइन निरीक्षण प्रक्रिया भी पूरी की थी। इससे क्षेत्रीय छात्रों को उच्च स्तरीय विधिक शिक्षा सीधे विश्वविद्यालय परिसर में ही प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
कुलगुरु प्रो. शुभा तिवारी ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति और वर्तमान कानूनी परिवेश के अनुरूप बीए एलएलबी कोर्स छात्रों के लिए नए अवसर खोलेगा। उनका कहना था कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण विधिक शिक्षा प्रदान कर समाज और न्यायपालिका के लिए सक्षम नागरिक तैयार करना है।
विधि विभाग के लिए गौरया स्थित नवीन धसान परिसर में विशेष कक्ष, पुस्तकालय और मूट कोर्ट की स्थापना की गई है। प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. ओपी अरजरिया ने विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी और कुलगुरु प्रो. शुभा तिवारी सहित उन सभी का आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस महत्वपूर्ण प्रयास में सहयोग किया। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि विश्वविद्यालय की शैक्षणिक प्रगति का एक मील का पत्थर साबित होगी। डॉ. अरजरिया ने यह भी बताया कि छात्रों को शीघ्र ही ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करने का विकल्प मिलेगा, ताकि इसी सत्र में प्रवेश प्रक्रिया आरंभ की जा सके। इससे पहले विश्वविद्यालय में स्नातक, स्नातकोत्तर, प्रतियोगी परीक्षाओं और शोध विद्यार्थियों के लिए अनेक सुविधाएं उपलब्ध थीं। अब बीए एलएलबी कोर्स जुड़ने से एमसीबीयू के विद्यार्थियों को विधिक क्षेत्र में भी नई पहचान और अवसर प्राप्त होंगे।