mp news: तहसील परिसर में 60 साल की महिला ने किया आत्मदाह और आत्महत्या का प्रयास, करीब 30 मिनट तक चला हंगामा...।
mp news: मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में गुरुवार को तहसील परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब 60 वर्षीय महिला ने सरकारी भूमि के विवाद को लेकर आत्मदाह और फांसी लगाने का प्रयास किया। करीब 30 मिनट तक तहसील गेट पर यह पूरा घटनाक्रम एसडीएम अखिल राठौर और तहसीलदार पीयूष दीक्षित की मौजूदगी में चलता रहा। महिला ने अपने कपड़े उतारकर साड़ी से फंदा बनाकर पेड़ से लटकने की कोशिश की और बीच-बीच में अपने शरीर पर आग लगाने की चेतावनी भी दी। हालांकि महिला पुलिसकर्मियों ने किसी तरह महिला को शांत कर स्थिति को नियंत्रित किया।
ओरछा रोड थाना क्षेत्र के ग्राम देरी की रहने वाली महिला प्रभा यादव पति चतुर यादव ने आत्मदाह और आत्महत्या की कोशिश की। प्रभा यादव के पति के परिवार की जनकपुर क्षेत्र में लगभग डेढ़ एकड़ निजी जमीन है, जिसके ठीक बगल की करीब 1.25 एकड़ सरकारी जमीन पर परिवार के कब्जे की बात सामने आती है। इसी कब्जे वाली जमीन को लेकर बीते सालों से विवाद गहराता जा रहा है। प्रभा यादव का आरोप है कि राजस्व अमले, विशेषकर मौजूदा पटवारी सौरभ शर्मा ने शासकीय भूमि की गलत नाप-जोख की और इसमें से लगभग आधा एकड़ हिस्सा निजी भूमि की तरह दर्ज कर दिया। इसके कारण उनके परिवार का प्रतिपाल यादव और भन्तु यादव से लगातार विवाद और मारपीट चल रहा है।
महिला प्रभा यादव का कहना है कि मैं सात साल से न्याय के लिए दर-दर भटक रही हूं, न तहसील में सुनवाई होती है, न जनप्रतिनिधि सुनते हैं। जमीन गलत नापी गई है और हमारा नुकसान किया जा रहा है। महिला का यह भी दावा है कि वह कई बार तहसील, कलेक्ट्रेट और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा चुकी है। यहां तक कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के कार्यालय में जाकर भी शिकायत रख चुकी हैं, जहां उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। महिला ने कहा मैंने एडीएम साहब के सामने हाथ जोड़कर विनती की, लेकिन किसी ने बात नहीं सुनी। मजबूरी में मुझे जान देने के बारे में सोचना पड़ा।
एसडीएम अखिल राठौर ने स्पष्ट किया कि जिस भूमि को लेकर विवाद है वह पूरी तरह से मध्य प्रदेश शासन की शासकीय संपत्ति है। उन्होंने बताया खसरा नंबर 380/6, रकबा 0.502 हेक्टेयर, खसरा नंबर 879, रकबा 0.118 हेक्टेयर दोनों ही जमीनें सरकारी रिकॉर्ड में शासकीय दर्ज हैं और इन्हीं पर चतुर यादव व अन्य लोगों द्वारा कब्जा किया गया है। एसडीएम के अनुसार, महिला कब्जे के आधार पर इस जमीन का पट्टा चाहती है, जिसका निर्णय केवल जांच और कानूनी प्रक्रिया के आधार पर ही संभव है। उन्होंने कहा कि मामले से जुड़े दस्तावेजों की जांच की जाएगी और उसके बाद ही आगे की कार्यवाही तय होगी।