छतरपुर

स्टिंग ऑपरेशन: आरटीओ के बाहर दलालों का जाल, तीन से चार हजार में बिना दफ्तर आए बन रहा लाइसेंस

तीन दुकानों पर हुई बातचीत, जो बताती है कि कैसे सरकारी व्यवस्था को ताक पर रखकर ब्रोकर्स लोगों की जेबें खाली कर रहे हैं। इस संबंध में पक्ष जानने के लिए अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मधु सिंह से संपर्क किया गया, लेकिन उनका फोन अटेंड नहीं हुआ।

2 min read
Jul 26, 2025
आरटीओ

ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए न टेस्ट देना पड़े, न बार-बार आरटीओ के चक्कर लगाने पड़ें। बस आधार कार्ड और मोबाइल नंबर दीजिए, तीन से चार हजार रुपए दीजिए और एक महीने बाद लाइसेंस आपके हाथ में। पत्रिका की टीम ने नए ग्राहक बनकर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय का स्टिंग ऑपरेशन किया, तो पता चला कि आरटीओ के ठीक सामने बैठी दुकानों में ऐसा गोरखधंधा खुलेआम चल रहा है। नियमानुसार 700 से 1000 रुपए में बनने वाला लाइसेंस यहां 3000 से 4000 रुपए में बेचा जा रहा है। तीन दुकानों पर हुई बातचीत, जो बताती है कि कैसे सरकारी व्यवस्था को ताक पर रखकर ब्रोकर्स लोगों की जेबें खाली कर रहे हैं। इस संबंध में पक्ष जानने के लिए अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मधु सिंह से संपर्क किया गया, लेकिन उनका फोन अटेंड नहीं हुआ।

स्टिंग - 1

स्थान- आरटीओ के बाहर एक दुकान

समय- दोपहर 3 बजे

रिपोर्टर- भाई, मुझे लाइसेंस बनवाना है।

ब्रोकर- लाइट या हैवी?रिपोर्टर- कौन-कौन से कागज लगेंगे?

ब्रोकर- आधार कार्ड और मोबाइल नंबर दे दो।

रिपोर्टर- कितने दिन में बनकर आ जाएगा?ब्रोकर- कागज भेज दो, एक महीने बाद बस फोटो कराने आना पड़ेगा।रिपोर्टर- खर्चा कितना लगेगा?

ब्रोकर- वैसे तो 3500 रुपए लगते हैं, आप तीन हजार दे दो।

स्टिंग 2

स्थान- दूसरी दुकान, आरटीओ के पास

समय 3.30 बजे

रिपोर्टर- मेरे भाई का ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना है।

ब्रोकर- यहीं है या बाहर?रिपोर्टर- बाहर है, यहां बुलाना पड़ेगा?

ब्रोकर- आधार कार्ड और मोबाइल नंबर दे दो। एक महीने बाद फोटो कराने बुला लेना।

रिपोर्टर- खर्चा कितना आएगा?ब्रोकर- तीन हजार रुपए लगेंगे। एक हजार अभी दो, दो हजार बाद में।रिपोर्टर- आरटीओ में तो कम लगता होगा?

ब्रोकर- वहां दस चक्कर लगाओगे, खर्चा इससे भी ज्यादा हो जाएगा।

स्टिंग- 3

स्थान- तीसरी दुकान, आरटीओ के सामने

समय 4 बजे

रिपोर्टर- मेरी वाइफ का ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना है।

ब्रोकर- बन जाएगा, टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर वाला।

रिपोर्टर- कौन-कौन से कागज लगेंगे?ब्रोकर- उनका आधार कार्ड और मोबाइल नंबर दे दो।रिपोर्टर- टेस्ट ड्राइव भी देनी होगी क्या?

ब्रोकर- नहीं, आप कागज भेजो और अभी एक हजार रुपये दो, बाकी तीन हजार बाद में।

रिपोर्टर- पत्नी चलने में थोड़ी असमर्थ हैं, दिक्कत तो नहीं?

ब्रोकर- पैर में दिव्यांगता है तो नियम से नहीं बनता, लेकिन दो-तीन हजार और लगेंगे, जुगाड़ करा दूंगा।

Published on:
26 Jul 2025 10:34 am
Also Read
View All

अगली खबर