प्रशासन और व्यापारी भी पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार
छिंदवाड़ा नववर्ष 2025 के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है। जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों और पिकनिक स्पॉट्स पर सैलानियों की भीड़ उमडऩे लगी है। प्रशासन और स्थानीय व्यापारी भी पर्यटकों के स्वागत के लिए विशेष तैयारी कर रहे हैं। छिंदवाड़ा के स्थानीय बाजारों में भी नववर्ष को लेकर चहल-पहल देखी जा रही है। पातालकोट से जुड़े हस्तशिल्प और स्थानीय उत्पादों की खरीदारी के लिए पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। शहर में नववर्ष की शाम विशेष कार्यक्रमों का आयोजन होगा। लाइव म्यूजिक, डांस परफॉर्मेंस और फूड फेस्टिवल जैसी गतिविधियां पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को नए साल का स्वागत करने का खास मौका देंगी।
जिला प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वे अपने यात्रा अनुभव को यादगार बनाने के लिए स्वच्छता और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। होटल और रेस्टोरेंट्स ने भी विशेष नववर्ष मेन्यू और ऑफर्स की घोषणा की है।
पर्यटन स्थलों पर उमड़ेगी भीड़
पातालकोट: प्राकृतिक सुंदरता और रहस्यमयी घाटियों के लिए प्रसिद्ध पातालकोट में पर्यटकों का आकर्षण हर साल बढ़ता जा रहा है। यहां के गहरे जंगल, ट्रेकिंग ट्रेल्स और पारंपरिक जनजातीय जीवनशैली देखने के लिए देशभर से लोग पहुंचते हैं। नववर्ष के अवसर पर यहां तामिया एडवेंचर और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।
पेंच नेशनल पार्क : मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित पेंच नेशनल पार्क वाइल्डलाइफ सफारी के लिए प्रसिद्ध है। बाघों के संरक्षण और जैव विविधता के लिए मशहूर यह स्थान नववर्ष पर पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण है। यहां के जंगल सफारी, पक्षी दर्शन और नाइट कैंपिंग का आनंद उठाने के लिए पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
मचागोरा डैम : मचागोरा डैम छिंदवाड़ा का प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो अपनी खूबसूरत जलाशय और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। नववर्ष पर यहां परिवारों और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने वालों की भीड़ जुट रही है। पर्यटक बोटिंग और फोटोग्राफी का आनंद ले रहे हैं।
तामिया: तामिया की सुरम्य पहाडिय़ां, हरियाली और शांत वातावरण इसे नववर्ष मनाने के लिए एक बेहतरीन स्थान बनाते हैं। यहां से सतपुड़ा की घाटियों का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। मटकुली और बीजादेही का जंगल क्षेत्र जंगल सफारी और वन्यजीवों का आनंद लेने के लिए यह स्थान पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय है।
देवगढ़ किला: ऐतिहासिक धरोहर और स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध देवगढ़ किला पर्यटकों के बीच एक प्रमुख आकर्षण है। नववर्ष के अवसर पर यहां बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की संभावना है।
धार्मिक स्थलों पर पहुंचेंगे श्रद्धालु
शिव मंदिर, चौरागढ़: धार्मिक आस्था और प्राकृतिक खूबसूरती का अद्भुत संगम चौरागढ़ स्थित शिव मंदिर है। यहां नववर्ष पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी भीड़ रहने की उम्मीद है।
जामसांवली हनुमान मंदिर : यह प्रसिद्ध मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है और पांढुर्ना जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। नववर्ष के अवसर पर श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहां पहुंचकर पूजा-अर्चना और हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं।
सिमरिया का हनुमान मंदिर: सिमरिया में स्थित हनुमान मंदिर जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। मंदिर की धार्मिक मान्यता और वास्तुकला लोगों को आकर्षित करती है। नववर्ष के अवसर पर श्रद्धालु यहां विशेष पूजा-अर्चना के लिए उमड़ते हैं। मंदिर में भक्त हनुमानजी का आशीर्वाद प्राप्त कर नए साल की शुरुआत करते हैं।
कपुर्दा मंदिर : धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध कपुर्दा मंदिर श्रद्धालुओं के बीच विशेष स्थान रखता है। यहां नववर्ष पर विशेष पूजा का आयोजन किया जा रहा है।
हिंगलाज मंदिर : हिंगलाज देवी का यह मंदिर अपनी धार्मिक मान्यता और पहाड़ी क्षेत्र में स्थित होने के कारण पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। यहां नववर्ष पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।