सीट वृद्धि को लेकर नहीं आया आदेश, छात्रों को लेना होगा रिक्त सीट पर प्रवेश
छिंदवाड़ा. कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया एक बार फिर गुरुवार से शुरु हो जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग ने अब तक प्रवेश से वंचित विद्यार्थियों को एक मौका देते हुए सीएलसी चतुर्थ चरण के आयोजन का निर्णय लिया है। विद्यार्थी स्नातक प्रथम वर्ष या फिर स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में दाखिले के लिए आवेदन कर सकेगा। विभाग द्वारा पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की जाएगी। जारी किए गए समय-सारणी के अनुसार विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से पंजीयन की प्रक्रिया 22 से 25 अगस्त तक पूरी कर सकेगा। वहीं दस्तावेजों का सत्यापन इसी तिथि में होगा। 27 अगस्त को मेरिट सूची जारी की जाएगी। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन सीट आवंटन के साथ ही लिंक इनीशिएट करेंगे। 31 अगस्त तक विद्यार्थियों को फीस जमा करनी होगी। बड़ी बात यह है कि जिला मुख्यालय पर स्थित प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शासकीय स्वशासी पीजी कॉलेज छिंदवाड़ा एवं राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज में अभी सीट वृद्धि नहीं हुई है। ऐसे में अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अगर सीट वृद्धि नहीं हुई तो फिर विद्यार्थियों को अपना पनपसंद विषय छोडकऱ अन्य पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए आवेदन करना होगा। वहीं दूसरी तरफ दोनों कॉलेजों में कई पाठ्यक्रम में 40 से 50 प्रतिशत तक सीट रिक्त है।
कॉलेज भेज चुके हैं प्रस्ताव
सीएलसी तृतीय चरण में जिले के प्रमुख कॉलेज के कुछ पाठ्यक्रम में सीट से अधिक आवेदन दाखिले के लिए आए थे। ऐसे में काफी संख्या में छात्र प्रवेश से वंचित रह गए। इसे देखते हुए छात्र संगठनों ने कॉलेजों से सीट वृद्धि कर वंचित विद्यार्थियों को दाखिला देने की मांग की थी। राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज प्रबंधन ने एमएससी-बॉटनी संकाय में सीट वृद्धि को लेकर उच्च शिक्षा विभाग को प्रस्ताव भेजा। बीएससी बायो, एमएससी जुलॉजी में संसाधन न होने की वजह से सीट वृद्धि न करने का फैसला लिया। जबकि सीएलसी तृतीय चरण में गल्र्स कॉलेज में बीएससी(बायो) में 84 छात्राएं, एमएससी बॉटनी में 66 एवं एमएससी जुलॉजी में 77 छात्राएं वेटिंग लिस्ट में थी। वहीं एक्सीलेंस कॉलेज शासकीय स्वशासी पीजी कॉलेज छिंदवाड़ा ने उच्च शिक्षा विभाग को बीएससी एग्रीकल्चर में अधिक से अधिक सीट वृद्धि को लेकर आयुक्त को प्रस्ताव भेजा है। इसके अलावा अन्य संकाय जिसमें वेटिंग लिस्ट लंबी है उसमें 15 प्रतिशत सीट वृद्धि का प्रस्ताव भेजा गया है। हालांकि अब तक विभाग की तरफ से सीट वृद्धि को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किया गया है।
पहले बढ़ाया फिर घटा दी सीट
एक्सीलेंस कॉलेज छिंदवाड़ा में शासन के निर्देश पर पहली बार बीएससी एग्रीकल्चर संकाय खोला गया है। कुल 80 सीट निर्धारित की गई थी, लेकिन इसमें 425 आवेदन दाखिले के लिए आए थे। ऐसे में कॉलेज ने 80 सीट वृद्धि का प्रस्ताव भेजा। विभाग ने प्रस्ताव मंजूर भी कर लिया था, लेकिन बाद में यह कहकर मना कर दिया कि पहली बार खुले इस संकाय में वे 20 सीट से अधिक वृद्धि नहीं कर सकते। डिमांड को देखते हुए प्राचार्य ने एक बार फिर शासन को प्रस्ताव भेजा और अधिक से अधिक सीट वृद्धि की बात कही है।
एक्सीलेंस कॉलेज में अधिकतर संकाय में सीट फुल
एक्सीलेंस कॉलेज छिंदवाड़ा में बीए, बीबीए, बीएससी एग्रीकल्चर, बीएससी बायो टेक्नोलॉजी, बीएससी माइक्रोबायोलॉजी, बीएससी बायो में सीट भर चुकी है। जबकि बीसीए, बीकॉम प्लस कम्प्यूटर एप्लीकेशन, बीकॉम, बीएससी (कम्प्यूटर साइंस, कमेस्ट्री, फिजिक्स), बीएससी (कमेस्ट्री, मैथ, फिजिक्स), बीएससी(कम्प्यू. एप्ली., कमेस्ट्री, जुलॉजी), बीएससी(कम्प्यू. एप्ली., मैथ, फिजिक्स), बीएससी(कप्यू. साइंस, कमेस्ट्री, मैथ), बीएससी(कम्प्यूटर साइंस, जुलॉजी, मैथ), बीएससी(कम्प्यू. साइंस, मैथ, फिजिक्स), बीएससी(मैथ, फिजिक्स, जुलॉजी), बीएससी(फिजिक्स, जुलॉजी, कम्प्यू. साइंस) में सीट खाली है। वहीं स्नातकोत्तर की बात करें तो एमएससी जुलॉजी, एमएससी कमेस्ट्री, एमएससी बॉटनी, एमए समाजशास्त्र एवं एमए राजनीति शास्त्र में पूरी सीट भर चुकी है।