छिंदवाड़ा

सर्रा में हर दिन 23 हजार घरों का एक करोड़ लीटर मलजल हो रहा है साफ

सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट: बारिश में नालियों से निकलने वाली गंदगी में आई कमी

2 min read

सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) शुरू हुए छह माह से अधिक का समय बीत चुका है। सीवरेज लाइन की प्रॉपर्टी चेम्बर की मदद से 23 हजार घरों के आउटलेट को जोड़ा जा चुका है। अब इन घरों का मल-जल एसटीपी में फिल्टर होने लगा है। हर दिन एक करोड़ लीटर मल-जल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में साफ हो रहा है। इसके पूर्व यही जल घर के आउटलेट से निकलकर नालियों तक पहुंच रहा था, जो बारिश के पानी के साथ नालों से होकर कुलबेहरा नदी तक पहुंच रहा था। हालांकि अब भी यह जल कुलबेहरा नदी पहुंच रहा है, लेकिन शुद्ध होकर। आने वाले दिनों में इस जल का उपयोग खेतों की सिंचाई व अन्य दूसरे कार्यों में किया जाएगा।


वर्ष 2017 में छिंदवाड़ा शहर में सीवरेज लाइन डालने की योजना शुरू हुई थी। वर्तमान में सीवरेज लाइन शुरू हो चुकी है। 23 हजार से अधिक घरों के गंदे पानी के निकासी को जोड़ा जा चुका है। नगर निगम इस योजना की निगरानी एजेंसी के रूप में है। योजना का सबसे सकारात्मक पहलू यह है कि शहरवासियों के शौचालयों से खुली नालियों में बहने वाले मलजल से निजात मिलेगी। दूसरा बड़ा फायदा है कि आने वाले दिनों में हर दिन 28 एमएलडी गंदे पानी के जल को नदियों में मिलने से बचाया जा सकेगा। इस पानी को पहले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में शुद्ध किया जाएगा, फिर इसे नालों के माध्यम से ही जल स्रोतों में छोड़ा जाएगा। इस योजना से करीब 40 हजार घरों को जोड़ा जाना है।

चार बड़े टैंक, भारी भरकम ब्लोअर से हो रहा पानी शुद्ध

150 एचपी के पंप, चार बड़े टैंक और भारी भरकम ब्लोअर की मदद से शहर के घरों के निकले मल-जल को कोलाढाना पंपिंग स्टेशन से होते हुए सर्रा एसटीपी पहुंचाकर चार चरणों में शुद्ध किया जा रहा है।

इनका कहना है

घरों के आउटलेट से निकले हुए गंदे पानी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में साफ करके पुन: उपयोग किया जाएगा। उक्त पानी को मुख्य रूप से कृषि भूमि की सिंचाई, पार्कों के पेड़ों की सिंचाई आदि सहित कई कार्यों में प्रयोग किया जाएगा।
- सीपी राय, आयुक्त नगर निगम

Published on:
14 Jul 2025 11:14 am
Also Read
View All

अगली खबर