जहरीले कोल्ड्रिफ कफ सिरप मामले में आरोपी बनने के बाद से थी फरार, परासिया में जिस मेडिकल स्टोर से बिके कफ सिरप उसकी थी प्रोपाराइटर
छिंदवाड़ा. जिले में जहरीले कोल्ड्रिफ कफ सिरप से 22 मासूम बच्चों की मौत के मामले में एसआईटी जांच कर रही है, इस प्रकरण में अब तक सात आरोपी बनाए गए है। प्रमुख आरोपी डॉक्टर प्रवीण सोनी की पत्नी ज्योति सोनी को भी प्रकरण में सह आरोपी बनाया गया है जिसके बाद से वह लगातार फरार चल रही थी। एसआईटी ने ज्योति सोनी को सोमवार को परासिया से गिरफ्तार किया है। प्रकरण दर्ज होने के बाद से ज्योति सोनी बनारस व बैंगलोर में छिपी हुई थी तथा छिंदवाड़ा न्यायालय से जमानत खारिज होने के बाद वह हाईकोर्ट जाने की तैयारी में थी। कोर्ट में आवेदन लगाने से पहले पर चोरी छिपे परासिया आई थी जिसकी भनक एसआईटी को लगी तो उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी प्रवीण सोनी के परासिया स्थित क्लीनिक के बाजू में अपना मेडिकल स्टोर था जिसकी ज्योति सोनी प्रोपराइटर थी।
एसआईटी ने ज्योति सोनी को गिरफ्तार किया तथा परासिया थाना लेकर पहुंची। जिसे एसआईटी ने सोमवार को न्यायालय में पेश नहीं किया जिसके कारण उसकी रात थाने में बीती है। एसआईटी मंगलवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है।
बच्चों की लगातार मौत के बाद प्रदेश भर के औषधि निरीक्षक इस प्रकरण में मेडिकल स्टोरों पर पहुंचकर जांच कर रहे थे। ज्योति सोनी के अपना मेडिकल पर जब सिरप को लेकर जांच की गई तो टीम को सिरप बिक्री के अधूरे दस्तावेज मिले थे। जांच रिपोर्ट में यह सामने आया कि सिरप की 74 बोतलों में से 66 बोतलें अपना मेडिकल स्टोर और क्लीनिक से गायब थीं। शक था कि साक्ष्य छिपाने के लिए यह स्टॉक जानबूझकर हटाया गया।