कन्हरगांव डैम का कुल 713.80 मीटर है। इनमें वर्तमान में इसका लेवल 711.75 मीटर पर आ गया है। इसका लाइव स्टोरेज 61 फीसदी तक भर गया है। पिछले साल 2024 की बारिश में डैम ओवरफ्लो होकर छलक गया था। यह भी पुराने छिंदवाड़ा शहर को पानी की आपूर्ति का हिस्सा है।
जिले के सबसे बड़े जलाशय माचागोरा डैम का जलस्तर 625.50 मीटर पर पहुंच गया है। इसका पूर्ण जल स्तर पहुंचने में मात्र 25 सेमी शेष रह गया है। जबकि दूसरे बड़े डैम कन्हरगांव जलाशय में 711.75 मीटर का जल स्तर है। इनमें अभी 2 मीटर पानी की और जरूरत है। हर्रई और तामिया के लघु जलाशय भी शत फीसदी भराव की स्थिति में आ गए हैं। इससे शहर की सालाना पेयजल जरूरत की चिंता समाप्त हो गई है।
कन्हरगांव डैम का कुल 713.80 मीटर है। इनमें वर्तमान में इसका लेवल 711.75 मीटर पर आ गया है। इसका लाइव स्टोरेज 61 फीसदी तक भर गया है। पिछले साल 2024 की बारिश में डैम ओवरफ्लो होकर छलक गया था। यह भी पुराने छिंदवाड़ा शहर को पानी की आपूर्ति का हिस्सा है। जल संसाधन विभाग के पुराने रिकार्ड के अनुसार शहर को सालाना पेयजल के लिए 709 मीटर की जरूरत है। अब शहर का विस्तार हो गया है। आबादी पहले से ज्यादा है। इसे देखते हुए आवश्यकता 711 मीटर आंकी जा रही है।
हर्रई और तामिया विकासखण्ड में रिकार्ड बारिश से जलाशयों में शत फीसदी पानी आ गया है। हर्रई के पापड़ा, मुआरसानी, भेड़ा, मुर्गीटोला, कोकनपिपरिया, धनौरा, राजढाना, भुमका, हर्रई और नंदा जलाशय में शत प्रतिशत जल भराव हो गया है। इसी तरह तामिया के देवखोह, मानेगांव, चाखला, कोहपानी, हरसदिवानी, देवगांव, बांगई, तामिया, भिलवा डैम भर गया है। अमरवाड़ा विकासखण्ड के कुछ डैम शत प्रतिशत भर गए है। शेष डैम में पानी की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
जिले की औसत वर्षा 1059 मिमी है। जिले में अभी तक 881.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है, जबकि गत वर्ष इस अवधि तक 1082.9 मिमी औसत वर्षा हुई थी। रविवार को समाप्त 24 घंटों के दौरान 2.4 मिमी पानी बरसा। इनमें तहसील मोहखेड़ में 2.2, तामिया में 10, परासिया में 1.4 और जुन्नारदेव में 13.2 मिमी वर्षा हुई। जिले में एक जून से अभी तक तहसील छिन्दवाड़ा में 754, मोहखेड़ 878.3, तामिया में 979.2, अमरवाड़ा में 859.2, चौरई में 838.4, हर्रई में 1196.9, बिछुआ में 848.9, परासिया में 677, जुन्नारदेव में 891.8, चांद में 919.5 और उमरेठ में 887.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है।
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