चित्तौड़गढ़

REET-2024 Exam : सफलता चाहिए तो जानें विशेषज्ञों ने क्या कहा

REET-2024 Exam : राजस्थान में रीट परीक्षा 27 व 28 फरवरी को होगी। प्रदेश में सवा 14 लाख से अधिक आवेदन आए हैं। रीट परीक्षा में अगर सफलता चाहिए तो विशेषज्ञों ने क्या कहा? जानें।

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REET-2024 Exam : राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित होने जा रही रीट परीक्षा 2024 के लिए प्रदेश में कुल 14 लाख 29 हजार 172 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। जिसमें रीट लेवल वन के लिए 3,46,444 और लेवल दो के लिए 9,68,074 आवेदन शामिल हैं। दोनों स्तरों के लिए 11,4654 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। परीक्षा 27 व 28 फरवरी को होनी है।

सफलता का मंत्र : टॉपिक्स नहीं पढ़ें, रिवीजन पर करें फोकस

रीट 2024 परीक्षा में सफलता पाने के लिए विशेषज्ञों का मानना है कि अभ्यर्थियों को समय प्रबंधन और रिवीजन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। नए टॉपिक्स पर ध्यान देने के बजाय अनुभवी शिक्षकों की सलाह है कि पहले से पढ़ाई गई सामग्री का पुनरावलोकन किया जाए। सिलेबस को तीन भागों में विभाजित करना और मॉडल प्रश्न पत्र हल करना भी आवश्यक है।

भाषा और शिक्षा मनोविज्ञान

किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए ठोस योजना बनाना आवश्यक है। अभ्यर्थियों को अपनी पढ़ाई की शुरुआत भाषा और शिक्षा मनोविज्ञान पर करनी चाहिए। क्यों कि यह विषय अवधारणात्मक हैं। अन्य तथ्यात्मक विषयों को अंतिम समय पर पढऩा अधिक प्रभावी होता है।

टेस्ट सीरीज में भाग लेना लाभकारी

टेस्ट सीरीज का भाग लेना लाभकारी होता है। इससे मनोबल बढ़ता है और परीक्षा नजदीक आने पर तैयारी में मजबूती आ जाती है। जितना अधिक अभ्यर्थी टेस्ट सीरीज का सामना करते हैं। उतना ही अधिक आत्मविश्वास बढ़ता है।

पुनरावलोकन की आवश्यकता

सिर्फ रिवीजन पर ध्यान केंद्रित किया जाए। परीक्षा की तिथि नज़दीक होने के कारण नए टॉपिक्स को पढऩे के बजाय जो कुछ भी पहले से पढ़ा गया ह। उसके पुनरावलोकन की आवश्यकता है। इससे अभ्यर्थियों का मनोबल भी मजबूत होगा और वे परीक्षा में अच्छा स्कोर कर सकेंगे।

सिलेबस के विभाजन पर जोर

सिलेबस को भूगोल, भारत का भूगोल और राजस्थान का भूगोल के अनुसार बांटकर रिविजन करना चाहिए। विभिन्न यूनिट्स से महत्वपूर्ण विषय जैसे सौरमंडल, भूकंप और पर्यावरण संरक्षण पर प्रश्न पूछे जा सकते हैं। रीट 2025 का परीक्षा पैटर्न भी अभ्यर्थियों को ध्यान में रखना चाहिए। जिसमें बाल विकास, शिक्षण विधियां, गणित और पर्यावरण अध्ययन जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं।

Published on:
25 Feb 2025 01:36 pm
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