राजस्थान में आटा चक्की चलाने वाले नेमाराम निमीवाल ने अपने पुत्र डॉ. पुरुषोत्तम निमीवाल की शादी में एक रुपया नारियल लेकर समाज में संदेश दिया।
चूरू/सांखू फोर्ट। बैसाख शुक्ल पक्ष अक्षय तृतीया आखा तीज पर खूब शहनाईया गूंजी और कस्बे के प्रजापत समाज में एक रुपया नारियल लेकर बेटे के आई नव वधु को ग्रहस्थाश्रम में प्रवेश करवाया। कस्बे में आटा चक्की चलाने वाले नेमाराम निमीवाल ने अपने पुत्र डॉ. पुरुषोत्तम निमीवाल की शादी में एक रुपया नारियल लेकर समाज में संदेश दिया।
भले ही नेमाराम कम पढ़े लिखे हो लेकिन उनकी सोच ने उन्हें बड़ा बदा दिया। राजस्थान कुम्हार महासभा के अध्यक्ष चंद्राराम ने कहा की आज समाज में कोई डॉक्टर, इंजीनियर या कोई बड़ी नौकरी वाला है तो लड़की वाले सबसे पहले रिश्ता जोड़ने के लिय उसकी ओर अपनी हैसियत का आंकलन कर ही रिश्ते पर विचार करते हैं लेकिन इस प्रकार के उदाहरण समाज में पेश कर जागृति पैदा करना महत्वपूर्ण बन जाता है।
बृजमोहन कारगवाल, शिक्षक अमरसिंह डेरूवाल ने इस विवाह को आदर्श बताया। इस अवसर पर सरपंच सीता कंवर, पृथ्वीराज सिंह राठौड़, धर्मवीर सुलखनिया, योगेंद्र सिंह राठौड़, अरुण कुमार दीक्षित, प्रेम हलवाई, विनोद किरोड़ीवाल, सुभाष निमीवाल, बाबूलाल कारगवाल तथा प्रेमसिंह उदावत आदि मौजूद रहे।