IND vs BAN, Champions Trophy 2025: दुबई की पिच काफी स्लो होती है और यहां शॉट लगाने में बल्लेबाजों को मशक्कत करनी पड़ती है। दूसरी पारी में ओस के कारण गेंदबाजी काफी मुश्किल हो जाती है। ऐसे में टीम टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करेंगी।
India vs Bangladesh, Champions Trophy 2025, Pitch and Weather Report: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का दूसरा मुक़ाबला भारत और बांग्लादेश के बीच खेला जाएगा। दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले जाने वाले इस मैच से दोनों टीमें अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। चैंपियंस ट्रॉफी में भारत बांग्लादेश से कभी मैच नहीं हारा है। ऐसे में टीम इंडिया अपने इस रिकॉर्ड को बरकरार रखना चाहेगी। वहीं बांग्लादेश की नज़रें इस मैच को जीत इतिहास रचने पर होंगी।
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की पिच -
दुबई की पिच काफी स्लो होती है और यहां शॉट लगाने में बल्लेबाजों को मशक्कत करनी पड़ती है। लेकिन भारत और बांग्लादेश का मुक़ाबला एक नई पिच पर खेला जाएगा। इस पिच का इस्तेमाल हाल फिलहाल में किसी भी मैच के लिए नहीं किया गया है। इस पिच पर स्पिनरों को फायदा मिलेगा। दूसरी पारी में ओस के कारण गेंदबाजी काफी मुश्किल हो जाती है। ऐसे में टीम टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करेंगी।
वनडे में कैसा है दुबई के मैदान का रिकॉर्ड -
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में पहली बार साल 2009 में वनडे मुकाबला खेला गया था। इसके बाद से यहां कुल 58 वनडे मैच खेले जा चुके हैं। इन मुकाबलों में 34 बार दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम ने बाजी मारी है, जबकि सिर्फ 22 बार ऐसा हुआ है जब पहले बल्लेबाजी करते हुए किसी टीम ने मुक़ाबला जीता है।
दोनों पारियों का औसत स्कोर और रिकॉर्ड -
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट में पहली पारी का औसत स्कोर 218 रन है जबकि दूसरी पारी में औसत 198 रन है। वहीं इस मैदान का सर्वोच्च स्कोर 355 रन का है। लोएस्ट स्कोर की बात करें तो वह 91 रन का है। यहां सबसे बड़ा लक्ष्य 287 रन का चेज़ हुआ है। इसके अलावा इस मैदान पर 168 रन लोएस्ट टोटल है जिसे डिफेंड किया गया है।
दुबई के मौसम का हाल -
भारत और बांग्लादेश का मुक़ाबला गुरुवार दोपहर को खेला जाएगा। इस दौरान अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। वहीं शाम के वक़्त यह गिरकर 22 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है। कल यहां हल्के बादल छाए रहेंगे और बारिश की संभावना 15 प्रतिशत है। वातावरण में नमी 49% रहेगी, जिससे खिलाड़ियों को फील्डिंग करने में बहुत दिक्कत जाएगी। यहां हवा 14 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी।