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ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में तिहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज के निधन से खेल जगत में शोक की लहर

Bob Cowper Passed Away: टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऑस्‍ट्रेलिया की सरजमीं पर पहला तिहरा शतक लगाने वाले पहले बॉब काउपर का रविवार को 84 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन से खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन ने भी अपनी शोक संवेदना व्‍यक्‍त की हैं।

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May 11, 2025

Bob Cowper Passed Away: ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बॉब काउपर का रविवार को 84 वर्ष की उम्र में बीमारी से लड़ते हुए निधन हो गया। वह अपने पीछे परिवार में पत्नी डेल और बेटियां ओलिविया और सेरा को छोड़ गए हैं। बॉब के निधन से खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। क्रिकेट जगत की कई हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्‍यक्‍त किया है। वहीं, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन माइक बेयर्ड ने शोक जताते हुए कहा कि हमें बॉब काउपर के निधन की खबर से गहरा दुख हुआ है। एमसीजी में उनका तिहरा शतक हमेशा याद रखा जाएगा।

बड़ी पारियां खेलने के लिए जाने जाते थे बॉब

बॉब काउपर एक बेहद प्रतिभाशाली बाएं हाथ के बल्लेबाज थे। वह अपनी आकर्षक बल्लेबाजी, धैर्य और बड़ी पारियां खेलने की क्षमता के लिए जाने जाते थे। उनके करियर का सबसे यादगार पल 1966 में इंग्लैंड के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में खेली गई 307 रनों की पारी थी। यह ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट का पहला तिहरा शतक था और इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने एशेज भी अपने पास बरकरार रखी थी।

2023 में  'ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया' से हुए सम्मानित

काउपर ने 1964 से 1968 के बीच 27 टेस्ट मैच खेले और 48.16 की औसत से 2061 रन बनाए, जिनमें पांच शतक शामिल थे। मात्र 28 साल की उम्र में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर व्यापार की दुनिया में कदम रख दिया था। वहीं, विक्टोरिया की ओर से उन्होंने 83 प्रथम श्रेणी मैच खेले। उन्होंने बाद में आईसीसी मैच रेफरी के रूप में भी सेवा दी। 2023 में उन्हें क्रिकेट में उनके योगदान के लिए 'ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया' से सम्मानित किया गया।

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन ने दिया ये संदेश

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन माइक बेयर्ड ने अपने शोक संदेश में कहा कि हमें बॉब काउपर के निधन की खबर से गहरा दुख हुआ है। वह एक बेहतरीन बल्लेबाज थे और एमसीजी पर उनके तिहरे शतक को हमेशा याद रखा जाएगा। 1960 के दशक में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई और विक्टोरियन टीमों में बड़ी भूमिका निभाई। इसके अलावा आईसीसी मैच रेफरी और सलाहकार के रूप में भी उन्होंने अहम योगदान दिया। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की ओर से हम उनके परिवार, दोस्तों और साथियों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।

Updated on:
11 May 2025 03:13 pm
Published on:
11 May 2025 01:24 pm
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