Champions Trophy 2025 से ठीक पहले पाकिस्तान को त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों पांच विकेट से मिली हार के बाद पूर्व पाकिस्तान क्रिकेट अहमद शहजान ने मोहम्मद रिजवान के टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के फैसले पर बेहद गंभीर सवाल उठाए हैं।
Champions Trophy 2025 से पहले पाकिस्तान को त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद रिजवान दूसरी पारी ओस की संभावना के बावजूद टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और विलियम ओ'रूर्के के जबरदस्त प्रदर्शन के चलते पाकिस्तान की टीम महज 242 रन पर ढेर हो गई। इसके बाद न्यूजीलैंड की टीम ने 243 रनों के टारगेट को आसानी से हासिल कर खिताब पर कब्जा जमाया। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से पहले यह मेजबान टीम के लिए बड़ा झटका है। पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर अहमद शहजाद ने रिजवान के पहले बल्लेबाजी के फैसले को बचकाना बताते गंभीर आरोप लगाए हैं।
बता दें कि इसी मैदान पर साउथ अफ्रीका के खिलाफ पिछले मैच में पाकिस्तान की टीम ने वनडे इतिहास में पहली बार 350+ का रन चेज किया था। रिजवान को पता था कि दूसरी पारी में ओस भी आती है। इसके बावजूद उन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और खिताब गंवा दिया। रिजवान के फैसले पर अहमद शहजाद ने टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं पर निशाना साधते हुए उन्हें “दिमागहीन” करार दिया।
अहमद शहजाद ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में दावा किया कि चैंपियंस ट्रॉफी से पहले पाकिस्तान का बुलबुला फूट गया है। उन्होंने मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करने के लिए मोहम्मद रिजवान को दिमागहीन बताया और कहा कि यह एक दिमाग हिला देने वाला निर्णय था। इसके अलावा, उन्होंने पाकिस्तान के कप्तान पर हमेशा बल्लेबाजी को बचाने का आरोप लगाया।
शहजाद ने कहा कि ये (पहले बल्लेबाजी करने का) एक हैरान करने वाला फैसला था, क्योंकि हमने पिछले मैच में देखा था कि रात में पिच बल्लेबाजी के लिए बेहतर हो जाती है, स्पिनरों के लिए गेंद सतह पर पकड़ नहीं बना पाती। फिर भी पाकिस्तान की टीम ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। यह मूर्खतापूर्ण फैसला था, उन्हें कुछ भी पता नहीं था।
उन्होंने आगे दावा किया कि पाकिस्तान के पास मैच जीतने का मौका तभी था, जब विरोधी टीम औसत से कमतर हो या उसके पास अपने मुख्य खिलाड़ी न हों। उन्होंने कहा कि टीम को अपनी ताकत के हिसाब से योजना बनानी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर टीम को लगता है कि उनके पास मजबूत बल्लेबाजी इकाई है तो उन्हें रन-चेज़ करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि फाइनल में आप बचकाने फैसले ले रहे हैं... आप मैचों में बहुत सारी गलतियां कर रहे हैं। आपको जीतने का मौका तभी मिलता है, जब विरोधी टीम औसत से कम प्रदर्शन करती है या उसके मुख्य खिलाड़ी नहीं खेलते हैं।