Gautam Gambhir के कोच का पदभार संभालने के बाद टीम इंडिया का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। ऐसे में उनकी रणनीतियों पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
Gautam Gambhir as a Team India coach Record: राहुल द्रविड़ के कार्यकाल की समाप्ति की बाद नए कोच गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में टीम इंडिया के नई ऊंचाइयों पर पहुंचने की उम्मीद क्रिकेट फैंस कर रहे थे, लेकिन हुआ इसके उलट, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। यह तब है जब गौतम गंभीर की मांग के मुताबिक, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन्हें सपोर्ट स्टाफ (बल्लेबाजी कोच अभिषेक नायर, फील्डिंग कोच- रेयान टेन डोशेट और गेंदबाजी कोच- मोर्ने मोर्कल) उपलब्ध कराया। वैसे देखा जाए तो गौतम गंभीर को टीम इंडिया का कोच बने हुए छह महीने से अधिक वक्त हो गए हैं, लेकिन टीम का प्रदर्शन रसातल में पहुंच गया है।
भारतीय बल्लेबाज जहां स्पिन गेंदबाजों के सामने घुटने टेक दे रहे हैं, वहीं तेज गेंदबाजों के सामने उनके पैर कांप रहे हैं। दूसरे शब्दों में कहे तो उनकी कोचिंग में टीम इंडिया को खुशियां कम और गम बेशुमार मिले। ऐसे में अब उनकी रणनीति पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। आइए, बतौर कोच गौतम गंभीर के कार्यकाल पर डालते हैं नजर-
गौतम गंभीर के कोचिंग कार्यकाल में भारतीय टीम ने अगस्त 2024 में श्रीलंका से तीन वनडे मैच खेले, लेकिन एक भी मैच जीत नहीं सकी। सबसे हैरानी की बात यह है कि तीन मैचों की वनडे सीरीज में भारतीय टीम हर मैच में ऑलआउट हुई। श्रीलंका ने तीन वनडे मैचों की सीरीज को 2-0 से अपने नाम किया, जबकि एक मुकाबला टाई रहा था। अहम बात यह है कि 45 साल बाद यह पहला अवसर था, जब भारतीय टीम एक भी वनडे मैच जीतने में कामयाब नहीं रही। इससे पहले भारतीय टीम आखिरी बार 1979 में कोई मुकाबला नहीं जीत सकी थी।
गौतम गंभीर को कोचिंग कार्यकाल में भारतीय टीम ने अपनी घरेलू सरजमीं पर दो टेस्ट मैचों की सीरीज में बांग्लादेश पर 2-0 से जीत दर्ज की। हालाकि न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। वह भी तब भारतीय टीम घरेलू हालात में स्पिन ट्रैक पर खेल रही थी। न्यूजीलैंड ने भारत को बेंगलुरु में 8 विकेट, पुणे में 133 रन और मुंबई में 25 रन से हराया था। यह पहली बार था जब न्यूजीलैंड ने भारत में टेस्ट सीरीज जीती।
बतौर कोच गौतम गंभीर के कार्यकाल में भारतीय टीम ने 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज 3-1 से गंवाई। भारत ने 2014-2015 के बाद ऑस्ट्रेलिया से ट्रॉफी में हार झेलनी पड़ी। भारत को लगातार चार टेस्ट सीरीज जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा। इस जीत के लिए जहां ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए अपनी जगह पक्की कर ली, वहीं टीम इंडिया की उम्मीदें धराशाई हो गई। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 के फाइनल में अब ऑस्ट्रेलिया का सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा। इसके साथ ही यह पहला मौका होगा जब भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल नहीं खेलेगी।
जसप्रीत बुमराह की अगुआई में भारतीय टीम ने पर्थ टेस्ट मैच में 295 रन से जीत दर्ज की। वहीं रोहित शर्मा की कप्तान में भारतीय टीम को एडिलेड ओवल में ऑस्ट्रेलिया से 10 विकेट से हार झेलनी पड़ी, जबकि मेहमान टीम ब्रिस्बेन में ड्रॉ कराने में सफल रही। मेलबर्न में खेले गए मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 184 रन से करारी शिकस्त देकर सीरीज में बढ़त बनाई। वहीं, सिडनी टेस्ट मैच में खराब फॉर्म के चलते नियमित कप्तान रोहित शर्मा को बाहर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा। भारतीय टीम ने सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को तगड़ी चुनौती दी, लेकिन कप्तान जसप्रीत बुमराह चोट की वजह से बाहर जाना पड़ा। इसके चलते सिडनी में भारतीय गेंदबाजी बेहद कमजोर नजर आई, और कम स्कोर बचाव करने में विफल रही। इसके चलते ऑस्ट्रेलिया को जीत दर्ज करने में किसी तरह की खासी परेशानी नहीं हुई।