टूर्नामेंट से जुड़े एक सूत्र ने पीटीआई को बताया कि आईसीसी के सीईओ संजोग गुप्ता ने पीसीबी को पत्र लिखकर स्पष्ट किया कि बोर्ड ने टॉस से पहले हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में नियमों का बार-बार उल्लंघन किया है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) एशिया कप 2025 के दौरान की गई पाकिस्तान की कुछ हरकतों से नाराज़ है। आईसीसी ने खिलाड़ियों एवं मैच अधिकारियों के प्रोटोकॉल के उल्लंघन के लिए पीसीबी को पत्र भेजा है। यह मामला बुधवार को यूएई के खिलाफ खेले गए एक मैच से जुड़ा है, जिसमें पीसीबी ने पहले मैच खेलने से इंकार कर दिया था।
टूर्नामेंट से जुड़े एक सूत्र ने पीटीआई को बताया कि आईसीसी के सीईओ संजोग गुप्ता ने पीसीबी को पत्र लिखकर स्पष्ट किया कि बोर्ड ने टॉस से पहले हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में नियमों का बार-बार उल्लंघन किया है। सूत्र के अनुसार, पीसीबी ने अपने मीडिया मैनेजर नईम गिलानी को टॉस से पहले आईसीसी मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट, पाकिस्तान के मुख्य कोच माइक हेसन और कप्तान सलमान अली आगा के बीच हुई बैठक को फिल्माने की अनुमति देकर नियम तोड़े।
आईसीसी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि ऐसी बैठकों में मीडिया प्रबंधकों को शामिल होने की अनुमति नहीं है, क्योंकि इसका उद्देश्य टॉस के समय किसी भी गलतफहमी या गलत संचार को रोकना है। इसके बावजूद, पीसीबी ने अपने मीडिया मैनेजर को बैठक में शामिल करने पर जोर दिया। जब आईसीसी के भ्रष्टाचार निरोधक प्रबंधक ने मीडिया मैनेजर को मोबाइल फोन के साथ पीएमओए में प्रवेश करने से रोक दिया, तो पीसीबी ने कथित तौर पर मैच से हटने की धमकी दी। इसके बाद, पीसीबी ने बैठक को बिना ऑडियो के फिल्माने की मांग की, जो पीएमओए नियमों का एक और उल्लंघन था।
सूत्र ने बताया कि आईसीसी ने खेल और टूर्नामेंट के हितों को ध्यान में रखते हुए पीसीबी की मांग मान ली, हालांकि इससे पीएमओए नियमों का उल्लंघन हुआ। पीसीबी ने आईसीसी को यह नहीं बताया है कि बोर्ड फिल्माए गए फुटेज का उपयोग कैसे करने की योजना बना रहा है। आईसीसी ने पीसीबी की एक मीडिया विज्ञप्ति पर भी कड़ी आपत्ति जताई, जिसमें दावा किया गया था कि रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट ने ‘माफी मांगी’ थी। सूत्रों के अनुसार, पाइक्रॉफ्ट ने केवल गलत संचार पर खेद व्यक्त किया था, न कि औपचारिक माफी मांगी।