Shubman Gill T20 Records: 35 टी20 मुकाबलों में 28 की औसत से 841 रन बनाने वाले शुभमन गिल ने आखिरी अर्धशतक 13 जुलाई 2024 को जिम्बाब्वे के खिलाफ जड़ा था।
वनडे और टेस्ट क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले शुभमन गिल का बल्ला टी20 में लंबे समय से खामोश है। इस फॉर्मेट में वैसे तो गिल कभी भी लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं, लेकिन टेस्ट और वनडे फॉर्म को देखते हुए उन्हें लगातार टी20 में मौके मिल रहे हैं। हालांकि अगर क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट के उनके आंकड़ों पर नजर डालें, तो वह काफी पीछे नजर आते हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में भी गिल कुछ खास नहीं कर पाए थे और अब साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों में सिर्फ 4 रन बना पाए हैं। ऐसे में अब उनके जगह को लेकर सवाल उठने लगे हैं। चलिए जानते हैं ऐसे 5 कारण, जिनकी वजह से उन्हें टी20 टीम में जगह नहीं मिलनी चाहिए।
टी20 फॉर्मेट हमेशा आक्रामकता की मांग करता है। अभिषेक शर्मा, ट्रेविस हेड, जोस बटलर और एडेन मार्करम जैसे बल्लेबाजों ने इस फॉर्मेट को पहले से ज्यादा आक्रामक बना दिया है। हालांकि गिल ऐसा करने में असफल रहे हैं। शुभमन गिल का टी20 में स्ट्राइक रेट 140 का है, लेकिन पिछली 17 पारियों में वह 110–120 के आसपास अटकते रहे हैं।
शुभमन गिल टी20 टीम में इसलिए भी जगह नहीं बना पा रहे हैं, क्योंकि पिछली 17 पारियों में वह एक भी अर्धशतक नहीं जड़ पाए हैं। उनका लचर प्रदर्शन टीम पर भारी पड़ता जा रहा है। गिल ने आखिरी अर्धशतक 13 जुलाई 2024 को जिम्बाब्वे के खिलाफ लगाया था। उसके बाद खेली गई 17 पारियों में 8 बार तो वह 15 रन के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाए हैं।
शुभमन गिल लगातार ओपनिंग करते नजर आए हैं और उनकी वजह से कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो उनसे बेहतर प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन गिल की वजह से उन खिलाड़ियों को बाहर बैठना पड़ा है। सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि शुभमन गिल अच्छी शुरुआत देने में भी नाकाम रहे हैं और उनकी वजह से मध्य क्रम के बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ जाता है।
शुभमन गिल की वजह से टीम इंडिया के वैसे बल्लेबाजों को बाहर बैठना पड़ रहा है, जिनकी जगह उनसे पहले बनती है। यशस्वी जायसवाल और संजू सैमसन उन्हीं दावेदारों में शामिल हैं, क्योंकि दोनों पिछले टी20 वर्ल्ड कप के पूरे टूर्नामेंट में बेंच पर बैठे रहे थे। और जब रोहित शर्मा और विराट कोहली ने एक साथ संन्यास ले लिया, तो उनकी जगह पहले बनती है, लेकिन टीम मैनेजमेंट यशस्वी जायसवाल, ऋतुराज गायकवाड़ और संजू सैमसन को लगातार नजरअंदाज करता आया है। हालांकि संजू को टीम से ड्रॉप तो नहीं किया गया, लेकिन उनके बैटिंग ऑर्डर से खिलवाड़ होता रहा है और उन्हें प्लेइंग 11 से भी बाहर किया जाता रहा है।
गिल बड़े मुकाबलों में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। ऑस्ट्रेलिया टूर पर भी वह खराब फॉर्म से जूझते रहे थे। उसके बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी वह अब तक बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। एशिया कप में भी वह सिर्फ एक मैच में 47 रन की पारी खेल पाए थे, जबकि खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ 12 रन पर पवेलियन लौट गए थे। ऐसे में लगातार बड़े मैचों में उनका फ्लॉप शो टीम इंडिया के लिए दिक्कतें पैदा कर सकता है।