IND vs SA Test Series 2025: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली गई 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में टीम इंडिया 2-0 से हार गई। इस हार के बाद टीम इंडिया WTC प्वॉइंट्स टेबल में 5वें स्थान पर खिसक गई है।
Team India 5 Mistakes in Test Series: गुवाहाटी में खेले गए भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरे टेस्ट मुकाबले में टीम इंडिया 408 रन से हार गई। पहली पारी में साउथ अफ्रीका ने 489 रन बनाए थे। जवाब में टीम इंडिया 201 रन पर ढेर हो गई। इस सीरीज में टीम इंडिया का यह हाई स्कोर था। साउथ अफ्रीका ने 5 विकेट पर 260 रन बनाकर अपनी दूसरी पारी घोषित कर दी। 549 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम दूसरी पारी में 140 रन पर ढेर हो गई। इस हार के बाद टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर की काफी आलोचना हो रही है। हालांकि इस सीरीज में टीम इंडिया से 5 ऐसी गलतियां हुई हैं, जिन्हें नहीं सुधारा गया, तो आगे भी इसी तरह का प्रदर्शन देखा जा सकता है।
न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज हारने के बाद टीम में कहीं न कहीं टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाज की कमी नज़र आई। साउथ अफ्रीका के खिलाफ अजिंक्य रहाणे और सरफराज खान को टीम में शामिल कर इस कमी को पूरा किया जा सकता था, लेकिन अजीत अगरकर एंड कंपनी ने ऐसा नहीं किया और नतीजा यह रहा कि जिस पिच पर विरोधी टीम रनों का अंबार लगा रही थी, वहीं टीम इंडिया के बल्लेबाज 200 के करीब पहुंचने के लिए भी तरस रहे थे।
रोहित शर्मा, विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और आर. अश्विन के संन्यास और अजिंक्य रहाणे को टीम से बाहर करने के बाद अजीत अगरकर एंड कंपनी ने युवाओं पर हद से ज़्यादा भरोसा किया। व्हाइट बॉल क्रिकेट में अचानक इस तरह के बदलाव अक्सर अच्छा रिज़ल्ट दे जाते हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में इससे हमेशा नुकसान ही होता है। अनुभवी खिलाड़ी का टीम में रहने से युवाओं को सीखने को मिलता है। इस सीरीज में टीम इंडिया में ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं था, जो युवाओं को सिखा सके। नतीजा यह रहा कि भारतीय टीम 2-0 से हार गई।
रविचंद्रन अश्विन के संन्यास के बाद टीम इंडिया के सेलेक्टर्स ने वाशिंगटन सुंदर को लगातार मौके दिए हैं। हालांकि वह अब तक अश्विन की तरह कारगर साबित नहीं हुए हैं और उनके जाने के बाद रवींद्र जडेजा भी पहले की तरह असरदार नज़र नहीं आ रहे।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में टीम इंडिया 124 रन के लक्ष्य का पीछा नहीं कर सकी। गुवाहाटी में भारतीय गेंदबाज़ पिच को सपाट समझते रहे और बल्लेबाज़ों से रन नहीं बने। ऐसे में कहीं न कहीं टीम इंडिया से इस सीरीज में पिच के मिजाज को भी समझने में चूक हो गई। गुवाहाटी की पिच को सुंदर ने शानदार बताया, तो कुलदीप ने सड़क जैसी पिच करार दी।
इस सीरीज में भारतीय टीम ने 4 पारियों में बल्लेबाजी की और उसका हाई स्कोर 201 रन रहा। तीन पारियों में तो टीम इंडिया 200 के करीब भी नहीं पहुंच सकी। इस सीरीज में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन वाशिंगटन सुंदर ने बनाए हैं। दूसरे नंबर पर रवींद्र जडेजा रहे हैं। ऐसे में साफ़ नज़र आता है कि टीम इंडिया के बल्लेबाज इस सीरीज में किस फॉर्म से गुजरे हैं।