Who Is Neelam Bhardwaj: उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में रामनगर रेलवे स्टेशन के पास झुग्गियों में पली-बढ़ी नीलम का बचपन आर्थिक तंगी में बीता। वह आज क्रिकेट जगत में छाई हुई हैं।
Neelam Bhardwaj: प्रतिभा के दम पर इंसान हर मुश्किल पार कर अपनी चमक बिखेर देता है। उत्तराखंड की 18 वर्षीय बल्लेबाज नीलम भारद्वाज ने उत्तराखंड के लिए खेलते हुए बुधवार को नगालैंड के खिलाफ दोहरा शतक जड़ दिया। वह वनडे में दोहरा शतक लगाने वाली भारत की सबसे युवा महिला क्रिकेटर बन गई हैं। उनकी पारी से उत्तराखंड ने 50 ओवर में 371 रन का विशाल स्कोर बनाया। जवाब में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से उत्तराखंड ने नगालैंड की टीम को 47 ओवर में 112 रन पर समेट दिया।
नीलम वनडे क्रिकेट के किसी भी टूर्नामेंट में दोहरा शतक लगाने वाली भारत की तीसरी बल्लेबाज हैं। उनसे पहले स्मृति मंधाना और श्वेता सहरावत घरेलू क्रिकेट में दोहरा शतक लगा चुकी हैं। नीलम ने 137 गेंदों में नाबाद 202 रन की तूफानी पारी खेली। उन्होंने 27 चौके और दो छक्के लगाए। नीलम मीडियम पेसर भी हैं। उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में रामनगर रेलवे स्टेशन के पास झुग्गियों में पली-बढ़ी नीलम का बचपन आर्थिक तंगी में बीता। उनके पिता नरेश भारद्वाज प्लाई फैक्ट्री में दिहाड़ी मजदूर थे। लकडिय़ां ढोते समय संतुलन खोने से चार साल पहले उनका निधन हो गया। नीलम के बचपन के कोच मोहम्मद इसरार अंसारी ने उन्हें संभाला। उन्होंने कहा, नीलम आठ साल की उम्र में मेरे पास क्रिकेट सीखने आई थी। जब वह 11-12 साल की थी, उसने अंडर-19 टीम में जगह बनाई। वह मेरे लिए गौरवान्वित करने वाला पल था।