गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली बार टेस्ट सीरीज में 3-0 से हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया WTC 2025 final के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर पाई।
Kapil Dev on Gautam Gambhir: टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर जब से भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के हेड कोच बने हैं, तब से वह लगातार सवालों के घेरे में हैं। कभी टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन की वजह से उनकी आलोचना होती है, तो कभी फेवरेट खिलाड़ियों को लगातार मौका देने पर उन्हें निशाना बनाया जाता है। इस बार टीम इंडिया को पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप जिताने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव ने कोचिंग और उनकी पोजिशन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दिग्गज क्रिकेटर का मानना है कि इंटरनेशनल लेवल पर कोच कुछ नहीं सिखा सकता। उन्होंने कहा कि गौतम गंभीर कोच नहीं बल्कि मैनेजर हो सकते हैं। चलिए जानते हैं कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा है...
हालांकि कपिल देव ने इसके पीछे की वजह बहुत साफ तौर पर बताई है। उन्होंने कहा कि गौतम गंभीर एक बल्लेबाज के तौर पर टीम इंडिया के लिए खेले हैं। न तो उन्होंने कभी गेंदबाजी की है और न ही विकेटकीपिंग की है। ऐसे में वह किसी लेग स्पिनर को लेग स्पिन की तकनीक कैसे समझा सकते हैं या किसी विकेटकीपर को विकेटकीपिंग कैसे सिखा सकते हैं। कपिल देव का मानना है कि गौतम गंभीर जिस पोजिशन पर काम कर रहे हैं, उसे कोच नहीं टीम मैनेजर कहना चाहिए।
अगर देखा जाए तो कपिल देव की बातों में सच्चाई भी नजर आती है, क्योंकि गौतम गंभीर किसी भी खिलाड़ी को सीधे तौर पर बल्लेबाजी, गेंदबाजी, फील्डिंग या विकेटकीपिंग नहीं सिखाते। बल्कि वह यह तय करते हैं कि किस खिलाड़ी का कैसे इस्तेमाल करना है, किस गेंदबाज से कहां गेंदबाजी करानी है और किस बल्लेबाज से कहां बेहतर बल्लेबाजी कराई जा सकती है। ऐसे में इस भूमिका को टीम मैनेजर कहना ही ज्यादा उचित लगता है।
साउथ अफ्रीका और भारत के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टी20 सीरीज के दौरान कपिल देव का यह बयान सामने आया है। आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका की टीम ने इस दौरे पर शानदार शुरुआत की थी और टेस्ट सीरीज में भारत को 2-0 से हराकर इतिहास रचा था। इसके बाद उन्हें वनडे सीरीज में 2-1 से हार का सामना करना पड़ा। फिलहाल टी20 सीरीज में साउथ अफ्रीका 2-1 से पीछे है। सीरीज का आखिरी मुकाबला आज अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा।