Champions Trophy 2025: एक ही वेन्यू पर अपने सभी मैच खेलने को लेकर भारतीय टीम आलोचकों के निशाने पर है, लेकिन रोहित शर्मा और गौतम गंभीर इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं। जबकि मोहम्मद शमी ने उनके विपरीत बयान देकर मामले को तूल दे दी है।
Champions Trophy 2025: अपने सभी मुकाबले खेल रही भारतीय टीम जीत के रथ पर सवार है। अब भारत की भिड़ंत फाइनल में न्यूजीलैंड से होगी, जिसने लाहौर में खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका को हराया है। हाईब्रिड मॉडल पर खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया अपने सभी मैच दुबई में खेल रही है और इस वजह से वह आलोचकों के निशाने पर भी है। हाल ही में नासिर हुसैन और माइकल एथरटन ने एक पॉडकास्ट में कहा था कि यह एक ऐसा फायदा है, जिसे मापना मुश्किल है। हालांकि इसको भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा और गौतम गंभीर नकार दिया था। वहीं, अब भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने दुबई में खेलने को फायदे का सौदा बताकर इस मामले को तूल दे दिया है।
क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद शमी ने महसूस किया कि एक ही शहर में रहना और खेलना एक निश्चित रूप से फायदे का सौदा है। उन्होंने टीम के फाइनल में पहुंचने पर कहा कि यह निश्चित रूप से हमारी मदद कर रहा है। हम परिस्थितियों और पिच के व्यवहार को जानते हैं। उनकी ये टिप्पणी भारतीय टीम के आलोचकों के लिए बड़ा हथियार साबित हो सकती है, जिन्होंने भारत को दुबई में अपने सभी मैच खेलने की अनुमति दिए जाने पर चिंता जताई है।
बता दें कि हाल ही में नासिर हुसैन और माइकल एथरटन ने स्काई स्पोर्ट्स पॉडकास्ट में इस विषय पर चर्चा की थी। एथरटन ने कहा था कि भारत को दुबई में खेलने का क्या फायदा है, सिर्फ़ दुबई में? मुझे लगता है कि यह एक ऐसा फायदा है, जिसे मापना मुश्किल है, लेकिन यह निर्विवाद लाभ है। हुसैन ने भी इस पर सहमति जताई थी।
वहीं, इस मामले में कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर की राय बिल्कुल विपरीत है। रोहित ने कहा कि यह हमारा घर नहीं है, यह दुबई है। इसलिए हम यहां इतने मैच नहीं खेलते। यह हमारे लिए भी नया है। जबकि गंभीर ने कहा कि यह हमारे लिए उतना ही तटस्थ स्थल है, जितना कि किसी अन्य टीम के लिए है। हमने यहां नहीं खेला है। मुझे याद नहीं है कि हमने इस स्टेडियम में आखिरी बार कौन सा टूर्नामेंट खेला था। वास्तव में हमने ऐसा कुछ भी प्लान नहीं किया था।