Parthiv Parthiv on Rahul Dravid: गुजरात को पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब दिलाने वाले कप्तान पार्थिव पटेल को 85 वनडे इंटरनेशनल मैचों में दूसरे खिलाड़ियों को पानी पिलाना पड़ा था।
Parthiv Patel Stats: टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने एक कॉमेडी शो में राहुल द्रविड़ को लेकर बड़ा खुलासा किया है। गुजरात के इस खिलाड़ी के नाम फर्स्टक्लास क्रिकेट में 11 हजार से ज्यादा और लिस्ट A में 5 हजार से अधिक रन हैं। इसके बावजूद पार्थिव को भारत के लिए 100 मैच भी खेलने का मौका नहीं मिला। आईपीएल में 139 मैच खेलने वाले इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने 6 टीमों का प्रतिनिधित्व किया। साल 2018 में टीम इंडिया के लिए आखिरी मुकाबला खेलने वाले पार्थिव ने इंटरनेशनल रिटायरमेंट के 7 साल बाद बताया कि क्यों वह टीम इंडिया के लिए ज्यादा मैच नहीं खेल पाए।
'द लावरी शो' में पार्थिव ने कहा, "पानी की बात मत करो, मैंने 85 वनडे मुकाबलों में पानी ढोया है। जब राहुल द्रविड़ विकेटकीपिंग करते थे, तो मैं ड्रिंक्स पिलाता था। मैंने पूरे 2003 वर्ल्ड कप के दौरान सिर्फ पानी पिलाया, लेकिन उस समय पानी ढोकर मैंने एक बड़ा घर बना लिया था।" साल 2002 में डेब्यू करने वाले इस खिलाड़ी ने 16 साल के टेस्ट करियर में सिर्फ 25 मुकाबले खेले। उन्होंने 38 वनडे और 2 टी20 मुकाबलों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया। जनवरी 2018 में पार्थिव ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने 2011 में आखिरी टी20 और 2012 में आखिरी वनडे मैच खेला।
17 साल की उम्र में डेब्यू करने वाले पार्थिव टेस्ट इतिहास में अब तक के सबसे कम उम्र के विकेटकीपर हैं। पार्थिव पटेल ज्यादा मैच इसलिए भी नहीं खेल पाए, क्योकि राहुल द्रविड़ उस दौर में विकेटकीपिंग किया करते थे। आईसीसी वनडे वर्ल्डकप 2003 में टीम इंडिया के दल में शामिल होने के बावजूद पार्थिव एक मैच नहीं खेल पाए। सौरव गांगुली की कप्तानी में 2003 वर्ल्डकप के फाइनल में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया से 125 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
2004 में एमएस धोनी ने डेब्यू किया और फिर पार्थिव की टीम में भूमिका कम होती गई। उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर और गौतम गंभीर के होने की वजह से सलामी बल्लेबाज के तौर पर भी उन्हें साइडलाइन कर दिया गया। आईपीएल में पार्थिव को सबसे पहले चेन्नई ने खरीदा, उसके बाद उन्हें कोच्चि ने खरीदा। हैदराबाद, बेंगलुरु और मुंबई इंडियंस से होते हुए पार्थिव रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु पहुंचे और इसी टीम के लिए अपना आखिरी आईपीएल मुकाबला खेला।