भारत ने बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट के वर्षा प्रभावित चौथे दिन न्यूजीलैंड पर पलटवार करते हुए बढ़त बनाई।
India vs New Zealand, 1st Test at Bengaluru: भारतीय बल्लेबाज ऋषभ पंत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में चल रहे पहले टेस्ट के वर्षा प्रभावित चौथे दिन शतक से चूक गए। उन्होंने भारतीय टीम की दूसरी पारी में महज 105 गेंद में 9 चौके और 5 छक्के संग 99 रन बनाए। भारत ने चौथे दिन समाचार लिखे जाने तक 5 विकेट के नुकसान पर 402 रन बना लिए थे। इसके साथ ही भारत ने मेहमान कीवी टीम पर 77 रन की महत्वपूर्ण बढ़त कायम कर ली थी।
चौथे दिन सरफराज और पंत के तौर पर भारत ने 2 विकेट गंवाए। सरफराज खान 150 रन बनाकर आउट हुए। सरफराज ने 195 गेंदों का सामना करते हुए 18 चौके और 3 छक्के लगाए। सफराज के बाद ऋषभ पंत भी ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं रहे। पंत नवर्स नाइंटीज का शिकार हुए। वह 99 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए। भारत को पहली पारी में 46 रन पर समेटने के बाद न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 402 रन बनाए थे।
भारत ने चौथे दिन 231/3 से आगे खेलना शुरू किया और पंत और सरफराज को भारत को लक्ष्य के करीब ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। तीसरे दिन कीपिंग करते समय घुटने में चोट लगने के बावजूद पंत ने असहजता के कोई लक्षण नहीं दिखाए और अपनी खास आक्रामक शैली के साथ कमान संभाली। सतर्क शुरुआत के बाद उन्होंने जवाबी हमला किया। अपने पांचवें टेस्ट में सरफराज ने शानदार शतक जड़कर सुर्खियां बटोरीं, लेकिन पारी को स्थिर करने में ऋषभ पंत का योगदान भी उतना ही महत्वपूर्ण रहा। दोनों भारतीय बल्लेबाजों के बीच चौथे विकेट के लिए 211 गेंद में 177 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। सरफराज खान 150 रन बनाकर आउट हुए, वहीं ऋषभ पंत अपने टेस्ट करियर का 7वां शतक ठोकने से चूक गए।
ऋषभ पंत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ शतक लगाने के साथ ही अपना नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज करा लिया है। दरअसल, वे सबसे तेज 2500 टेस्ट रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर बन गए। पंत ने महज 62 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 69 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी। भारतीय क्रिकेट के एक अन्य दिग्गज फारुख इंजीनियर ने इससे पहले 82 पारियों में यह रिकॉर्ड बनाया था। पंत की आक्रामक शतकीय पारी ने भारत के पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, साथ ही सरफराज खान ने अपना पहला टेस्ट शतक बनाया।