भारत का टेस्ट क्रिकेट प्रदर्शन लगातार गिरता जा रहा है। गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद भले ही टीम ने छोटे फॉर्मेट में चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप जीते हो, लेकिन टेस्ट प्रारूप में खराब प्रदर्शन जारी है।
Team India's Test Performance Under Gautam Gambhir: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों का लगातार खराब प्रदर्शन जारी है। सीरीज का पहला मैच गंवाने के बाद दूसरे मैच में भी भारत हार की कगार पर है। जुलाई 2024 में गौतम गंभीर के भारतीय टीम के हेड कोच बनने के बाद से खेल के छोटे प्रारूप में तो टीम इंडिया का शानदार प्रदर्शन रहा है, इस दौरान उसने चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप खिताब जीता। लेकिन टेस्ट फॉर्मेट में लगातार गिरता प्रदर्शन चिंता का विषय बना हुआ है।
गंभीर के कार्यकाल में भारत का टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा है। भारत पहले ही अपनी मेजबानी में न्यूजीलैंड से क्लीन स्वीप झेल चुका है और अभी दक्षिण अफ्रीका के सामने भी यही खतरा मंडरा रहा है। चलिए उन अनचाहे रिकॉर्ड्स पर नजर डालते हैं, जो भारत ने गंभीर की कोचिंग में अपने नाम किए हैं।
न्यूजीलैंड के भारत दौरे पर 24 साल बाद ऐसा हुआ कि भारत को अपने ही घर में क्लीन स्वीप झेलनी पड़ी। न्यूजीलैंड ने इस सीरीज में 3-0 से करारी शिकस्त दी। इससे पहले भारतीय टीम साल 1999 में साउथ अफ्रीका से 2-0 से हारी थी। भारत 12 साल बाद अपने घर में कोई टेस्ट मैच हारा। इसी के साथ ही 36 सालों बाद ऐसा हुआ कि भारत अपने घर में न्यूजीलैंड से टेस्ट मैच हारा। इसी सीरीज में पहली बार ऐसा हुआ कि भारत ने अपने घर में 50 से कम का स्कोर बनाया।
2024-25 की गावस्कर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 3-1 से हरा दिया। इस सीरीज हार ने भारत के पिछले 10 सालों के दबदबे को खत्म कर दिया और भारत के रेड बॉल क्रिकेट के प्रदर्शन पर सवाल खड़े कर दिए। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से इन सीरीज में मिली हार के कारण भारत पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में प्रवेश नहीं कर पाया।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम 124 रन का पीछा करते हुए 30 रन से हार गई। इस हार के बाद भारतीय टीम 21वीं सदी की पहली ऐसी टीम बन गई है, जो 150 से कम के लक्ष्य का पीछा करते हुए दो बार मैच हार चुकी है। 12 सालों से अपने घर में अजेय भारतीय टीम गंभीर के कोच का पद संभालने के साथ ही धराशायी हो गई।