31 वर्षीय हेड ने यह भी खुलासा किया कि मेलबर्न टेस्ट से पहले उन्होंने डकेट को मैसेज कर यह जानने की कोशिश की थी कि वह ठीक हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि टेस्ट मैचों के बीच लंबे अंतराल होने पर लोगों को बातें बनाने का ज़्यादा मौका मिल जाता है।
ऑस्ट्रेलियाई विस्फोटक बल्लेबाज़ ट्रैविस हेड ने इंग्लैंड के ओपनर बेन डकेट का समर्थन किया है। हालही में डकेट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिनमें वह एडिलेड में होने वाले तीसरे टेस्ट से पहले नोसा में नशे की हालत में घूमते नज़र आ रहे थे। डकेट का समर्थन करते हुए हेड ने कहा कि इससे पहले भी कुछ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ भी ऐसा हो चुका है। डकेट से जुड़ी इस घटना को बेवजह बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।
हेड ने कहा, " मैं तो थोड़ा जलन महसूस कर रहा था। जितना इस मामले को तूल दिया गया, उतना देने की ज़रूरत नहीं थी। हम भी पिछले कई दौरों पर ऐसा कर चुके हैं, इसलिए मुझे इसमें कोई समस्या नहीं लगी।" उन्होंने आगे कहा, "आख़िरकार सभी इंसान ही हैं। अपने निजी समय में आप क्या करते हैं, यह आप पर निर्भर करता है। मैं जानता हूं कि हम हाई-प्रोफाइल ज़िंदगी जीते हैं और कुछ लोग दूसरों से ज़्यादा सुर्खियों में रहते हैं, जिससे वे ऐसी परिस्थितियों में फंस जाते हैं। लेकिन इसके बावजूद हर छोटी बात को मुद्दा बनाना ठीक नहीं है।"
31 वर्षीय हेड ने यह भी खुलासा किया कि मेलबर्न टेस्ट से पहले उन्होंने डकेट को मैसेज कर यह जानने की कोशिश की थी कि वह ठीक हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि टेस्ट मैचों के बीच लंबे अंतराल होने पर लोगों को बातें बनाने का ज़्यादा मौका मिल जाता है।
उन्होंने कहा, "डकी से मेरी अच्छी बनती है और मैंने उससे संपर्क कर पूछा कि वह ठीक है या नहीं। जब टेस्ट मैचों के बीच बड़ा गैप होता है, तो लोगों को बात करने के लिए कुछ न कुछ चाहिए होता है। उम्मीद है कि हम अगले हफ्ते थोड़ा लंबा खेलेंगे और उन्हें बात करने का कम मौका मिलेगा।"
बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने भी डकेट का समर्थन किया था और कहा था कि वह टीम के लिए बेहद अहम खिलाड़ी हैं। स्टोक्स ने कहा, “वह इस ग्रुप के भीतर बेहद प्रभावशाली शख़्सियत हैं। लेकिन वह यह भी जानते हैं कि उन्हें मेरा और टीम के बाकी खिलाड़ियों का पूरा समर्थन हासिल है। मुझे खुद इसका प्रत्यक्ष अनुभव है कि यह सब किसी व्यक्ति को किस तरह प्रभावित कर सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, "यह कभी भी अच्छी स्थिति नहीं होती, जब सिर्फ़ मीडिया ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया भी आप पर टूट पड़ता है। खासकर तब, जब आप ऐसी बड़ी सीरीज़ में तीन मैच हार चुके हों, तो आपके पास बचाव के लिए ज़्यादा कुछ नहीं होता। जब आप जीत रहे होते हैं, तो सब कुछ शानदार लगता है। लेकिन जब आप हार रहे होते हैं, तो हालात बिल्कुल उलट हो जाते हैं।" एशेज़ सीरीज़ का पांचवां और आख़िरी टेस्ट 4 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा।