भारत के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने अंडर-19 एशिया कप में यूएई के खिलाफ शतक लगाया। इसके साथ ही एक ही मैच में दो वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिए। आज हम वैभव के ऐसे ही कुछ खास रिकॉर्ड्स के बारें में बात करेंगे जो उन्होंने डेब्यू के 8 महीने के अंदर बना दिए हैं।
Vaibhav Sooryavanshi Records: 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी भारतीय क्रिकेट का उभरता हुआ चेहरा हैं। 12 दिसंबर को अंडर-19 एशिया कप के पहले मैच में वैभव ने मात्र 95 गेंदों में 171 रन की पारी खेली। इनकी इस पारी की बदौलत भारत ने यूएई के सामने 6 विकेट पर 433 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। वैभव ने यह पारी खेलकर दो और वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर दिए हैं। 14 साल के इस बल्लेबाज ने क्रिकेट में अपने डेब्यू के बाद सिर्फ 8 महीनों के भीतर ही ऐसे कई रिकोर्ड बनाए हैं, जिन्हें तोड़ना लगभग असंभव है।
वैभव ने यूएई के खिलाफ शानदार शतकीय पारी खेली। उन्होंने अपना शतक मात्र 56 गेंदों में पूरा किया। इस पारी के दौरान उन्होंने 9 चौके और 14 छक्के जड़े। इस शतक को लगाकर वह अंडर-19 एशिया कप में शतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 14 छक्के लगाए। इसी के साथ ही वह अंडर-19 एशिया कप की एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के (14) लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।
वैभव के नाम यूथ वनडे में सबसे तेज शतक (52 गेंद) बनाने का रिकॉर्ड है। यह कारनामा उन्होंने इंग्लैंड अंडर-19 के खिलाफ जुलाई 2025 में किया था। इससे पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के कामरान गुलाम (53 गेंद) के नाम था। इसके अलावा वैभव यूथ वनडे में 50+ छक्के लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए है। यूएई के खिलाफ खेली गई शतकीय पारी की बदौलत वह यूथ क्रिकेट में एक मैच में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं। सूर्यवंशी ने ऑस्ट्रेलिया के माइकल हिल का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2008 में नामीबिया U19 के खिलाफ 12 छक्के लगाए थे।
19 अप्रेल 2025 को वैभव ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ IPL में डेब्यू किया और वह आईपीएल खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। इस पारी में उन्होंने पहली ही गेंद पर छक्का जड़ दिया था। इसी आईपीएल सीजन में वैभव ने 35 गेंदों में शतक जड़ दिया था यह आईपीएल इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक था। वह आईपीेएल में शतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी बने। इसके अलावा वह टी20 में शतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं। वैभव टी20 क्रिकेट में 3 शतक लगाने वाले एकमात्र टीनेजर हैं।