क्रिकेट

मेरा काम आसान बनाने के लिए… विराट कोहली ने चेतेश्‍वर पुजारा के लिए लिखा इमोशनल नोट

Virat Kohli on Cheteshwar Pujara retirement: चेतेश्वर पुजारा ने 24 अगस्‍त को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था। वहीं, अब उनके पुराने जोड़ीदार विराट कोहली ने पुजारा को भविष्य के लिए शुभकानाएं देते हुए भावुक नोट शेयर किया है।

2 min read
Aug 27, 2025
पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली (फोटो सोर्स: IANS)

Virat Kohli on Cheteshwar Pujara retirement: चेतेश्वर पुजारा क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से 24 अगस्‍त को अचानक संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया था, जिसके बाद उन्‍हें नई पारी के लिए शुभकामनाएं देने वालों का तांता लग गया। वहीं, अब विराट कोहली ने इस पुजारा को भविष्य के लिए शुभकानाएं दी हैं। कोहली का मानना है कि पुजारा ने कई मौकों पर उनका काम आसान बनाया। कोहली ने मंगलवार को इंस्टाग्राम स्टोरी पर इमोशनल नोट में लिखा, "मेरा काम आसान बनाने के लिए आपका शुक्रिया पुज्जी (चेतेश्वर पुजारा)। आपका करियर शानदार रहा है। बधाई और आगे के लिए शुभकामनाएं। भगवान आपका भला करे।

ये भी पढ़ें

DPL 2025 में बारिश बनी विलेन, अब तक सात मैच धुले, अब प्‍लेऑफ के 2 स्‍थानों के लिए 4 टीमों में जंग

2018-19 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में महत्वपूर्ण योगदान

बता दें कि चेतेश्वर पुजारा ने करीब करीब डेढ़ दशक भारतीय टीम का साथ दिया। पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया में 2018-19 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज ने सात पारियों में 521 रन बनाते हुए ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाई। भारत ने सीरीज 2-1 से अपने नाम की। यह ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टीम इंडिया की पहली टेस्ट सीरीज जीत थी। अक्सर कोहली उस सीरीज की सफलता का श्रेय चेतेश्वर को देते आए हैं।

हिट रही कोहली-पुजारा की जोड़ी

विराट कोहली की कप्तानी में टेस्ट क्रिकेट में भारत के दबदबे के दौरान यह जोड़ी बेहद अहम रही। दोनों ने मिलकर 83 पारियों में 3,513 रन जोड़े। कोहली-पुजारा की जोड़ी के बीच सात शतकीय और 18 अर्धशतकीय साझेदारियां रहीं। यह जोड़ी अक्सर भारत की मध्यक्रम बल्लेबाजी की रीढ़ साबित हुई।

अक्टूबर 2010 में भारतीय टीम में किया था डेब्यू

चेतेश्वर पुजारा ने अक्टूबर 2010 में भारत की ओर से डेब्यू किया था। टेस्ट फॉर्मेट में उनका प्रदर्शन लाजवाब रहा। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 103 मुकाबलों की 176 पारियों में 43.60 की औसत के साथ 7,195 रन बनाए, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल रहे। इसके अलावा, पुजारा ने भारत के लिए पांच वनडे मैच भी खेले।

करीब एक हफ्ते से कर रहे थे विचार

संन्यास की घोषणा के बाद चेतेश्वर पुजारा ने बताया कि वह करीब एक हफ्ते से इस पर विचार कर रहे थे। उन्होंने अपने फैसले को लेकर परिवार और साथी खिलाड़ियों से बात भी की थी। पुजारा मानते हैं कि टीम इंडिया के साथ उनकी काफी यादें जुड़ी हैं, जिसे भुलाया नहीं जा सकता। इसके साथ ही पुजारा खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्होंने सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया।

Also Read
View All

अगली खबर