DJ Damoh
दमोह . शादी का सीजन जोरों पर चल रहा है। वहीं नवमी और ग्यारहवीं की परीक्षाएं शुरू हो गई है और बोर्ड परीक्षाएं भी निकटता की ओर है। ऐसे में शादी समारोह में शामिल होने वाले डीजे बच्चों की पढ़ाई को प्रभावित कर रहे हैं। नगर में जहां-तहां खुलेआम डीजे सहित अन्य ध्वनि विस्तारक यंत्र खुलेआम देर रात तक बज रहे हैं। ऐसी स्थिति में बच्चों को पढ़ाई कर पाना मुश्किल होते हुए दिखाई दे रहा है । साथ ही साथ दमा रोगियों और श्वास संबंधी बीमार लोगों को रात के समय सोना तक मुश्किल हो गया है।
इसके अलावा नगर के अंदर रात के समय सड़कों पर दौडऩे वाले चार पहिया वाहनों में देर रात तक तेज ध्वनि वाले साउंड को इतनी तेज आवाज से बजाया जाता है कि ये वाहन जहां से भी निकलते हैं, लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लेते है। ऐसी स्थिति में यहां पढ़ाई करने वाले बच्चों का ध्यान भी विचलित होने लगता है और पढ़ाई करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
वहीं यदि ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग की हकीकत पर गौर किया जाए तो हाईकोर्ट द्वारा डीजे के उपयोग को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है। वहीं अन्य ध्वनि यंत्रों का उपयोग भी रात 10 बजे के बाद जिला मजिस्ट्रेट द्वारा प्रतिबंधित है। डीजे बजाने के लिए एसडीएम से अनुमति लेने का प्रावधान भी प्रशासन ने रखा है, लेकिन नियमों को ताक में रखकर डीजे संचालक मनमर्जी से तेज ध्वनि से बजाते देखें जा रहे हैं।
यहां बता दें कि पिछले एक माह से शहर में प्रतिदिन ही चार से पांच शादी समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें डीजे बजना आम बात है, लेकिन सिर्फ पांच लोगों ने ही प्रशासन से अनुमति मांगी है। इसके बाद भी किसी भी अधिकारी ने इन्हें रोकने की जहमत नहीं उठाई।
नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जा रहा है कि जहां-तहां देर रात तक बल्कि रात-रात भर आयोजनों के दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग किया जा रहा है। नगर के लगभग सभी बारात घर शहर के बीचों बीच स्थित है। ऐसे में यहां होने वाली शादियों के समय यहां रहने वाले लोगों की नींद हराम होने के साथ पढ़ाई करने वाले बच्चों की पढ़ाई का भी नुकसान होता है।
इस संबंध में टीआई धर्मेंद्र उपाध्याय का कहना है कि मेरे द्वारा सभी डीजे संचालक व बारात घरों के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। यदि बिना अनुमति के संचालन पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी।