लाइसेंस निरस्त होने के बाद भी बिक रही थी आतिशबाजी दमोह. जिलेभर में पटाखा की बिक्री अवैध तरीके से हो रही है। जिसकी खबर 24 सितंबर को पटाखा कारोबार को लेकर संशय की स्थिति, सभी के लाइसेंस निरस्त शीर्षक से प्रकाशित की थी। जिसके जिला प्रशासन हरकत में आया और अवैध पटाखा बिक्री करने वालों […]
लाइसेंस निरस्त होने के बाद भी बिक रही थी आतिशबाजी
दमोह. जिलेभर में पटाखा की बिक्री अवैध तरीके से हो रही है। जिसकी खबर 24 सितंबर को पटाखा कारोबार को लेकर संशय की स्थिति, सभी के लाइसेंस निरस्त शीर्षक से प्रकाशित की थी। जिसके जिला प्रशासन हरकत में आया और अवैध पटाखा बिक्री करने वालों के ठिकानों पर गुरुवार शाम छापामार कार्रवाई की गई। तहसीलदार मोहित जैन, कोतवाली टीआई आनंद सिंह पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।
कार्रवाई को लेकर कोतवाली टीआई आनंद सिंह ने बताया है कि शुरुआती चरण में तीन स्थानों पर छापामार कार्रवाई की। जिनमें से दो स्थानों से अवैध रूप से बिक्री किया जा रहा पटाखा बरामद हुआ है। आनंद ङ्क्षसह के अनुसार घंटाघर के समीप टाउन हॉल में स्थित एक दुकान पर कार्रवाई हुई। इसके अलावा ओवर ब्रिज के यहां पर कार्रवाई हुई और तीसरी कार्रवाई पलंदी चौराहा के समीप हुई। जिनमें से टाउन हॉल स्थित दुकान से दो बोरी पटाखा बरामद हुआ। वहीं ओवर ब्रिज के समीप हुई कार्रवाई के दौरान छह बोरी अवैध पटाखा जब्त किया गया है।
कोतवाली टीआई ने बताया है कि तीनों स्थानों पर पटाखा की बिक्री अवैध तरीके से होना पाई गई है, जिसे लेकर विधि संगत कार्रवाई पूरी की जा रही है।
बता दें कि हाल ही के कुछ माह पहले कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम दमोह द्वारा पटाखा बिक्री को लेकर की गई जांच रिपोर्ट के बाद जिले के 34 लाइसेंस धारी के लाइसेंस को निरस्त कर दिए गए थे। जिसके बाद से जिले में एक भी पटाखा लाइसेंस वैध नहीं था। बावजूद इसके पटाखे की बिक्री पर रोक नहीं लग पाई थी। लेकिन विशेष मौकों पर जहां-तहां पटाखा फोड़े जाने की बात सामने आती रही। लिहाजा पत्रिका ने उक्त मामले को प्रकाशित किया जिसके बाद कलेक्टर ने मामला संज्ञान में लेते हुए तहसीलदार को कार्रवाई के निर्देश दिए।