CG News: एनएमडीसी बोर्ड ऑफ डारेक्टर द्वारा पास की गई वेतन समझौते की फाइल केंद्रीय इस्पात मंत्रालय ने रोक कर रखी है। जिसको लेकर मजदूरों में आक्रोश है। इस बार आर पार की लड़ाई करने को मजदूर तैयार हैं।
CG News: वेतन समझौता को लेकर एनएमडीसी के सभी प्रोजेक्ट में ट्रेड यूनियन द्वारा सीधी कार्रवाई करने का मन बना लिया है। अब वे 13 जनवरी को प्रबंधन को नोटिस देने जा रहे हैं। 14 दिनों के अल्टीमेटम के बाद भी अगर मांगे पूरी नही होती तो मजदूर आर पार की लड़ाई लड़ने की मंशा बना रहे हैं। आंदोलन की रूपरेखा बनाने वाले यूनियन का कहना है कि एनएमडीसी के इतिहास में पहली बार वेतन समझौता को 3 वर्षों से निर्णय नहीं लिया जा रहा है।
एनएमडीसी के मजदूरों का वेतन समझौता 1 जनवरी 2022 से ड्यू हो गया है। एनएमडीसी टॉप मैनेजमेंट के साथ विगत 3 वर्षों में 8 बैठकों के बाद अगस्त 2024 में प्रबंधन व मजदूर संगठन के बीच 15 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ वेतन समझौता हुआ। एनमडीसी बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर के अनुमोदन के बाद क्लियरीफिकेशन के लिए इस्पात मंत्रालय भेजा गया था, जिसको अब तक रोक कर रखा गया है।
एनएमडीसी के स्थापना दिवस के दौरान 15 नवंबर को मजदूर संगठन को स्टील सेक्टरी से मिलने का मौका मिला। उस दौरान ट्रेड यूनियन लीडरों ने स्टील सेक्रेटरी को ज्ञापन सौंपा और कहा कि आपके पास वेतन समझौता की फाइल लंबित हैं। उसको जल्द से जल्द पास करे ताकि मजदूरों को बड़ा हुआ वेतन मिल सके और मजदूर जोर शोर से काम कर सके आने वाले लक्ष्य की प्राप्ति कर सके।
मजदूरों ने बताया कि दो महीने बीत जाने के बाद भी कार्यवाही नहीं हुई। इस्पात मंत्रालय में फाइल अब भी पेंडिग पड़ी हैं। इसमें प्रबंधन की भी जिम्मेदारी बनती हैं की जल्द से जल्द वेतन समझौता कर मजदूरों को उनका हक दिलाए। ऐसा पहली बार हुआ हैं की तीन वर्ष से ज्यादा हो गया हैं और वेतन समझौता टल रहा हैं जबकि एनएमडीसी बोर्ड ऑफ डारेक्टर में पास होने के बाद केंद्रीय इस्पात मंत्रालय द्वारा रोकना न्याय संगत नही है।
राजेश सिंधु, मजदूर संघ सचिव संयुक्त खदान: वेतन समझौता को लेकर 13 जनवरी को एनएमडीसी के सभी मजदूर संगठन मैनेजमेंट को सीधी कार्यवाही की नोटिस देने जा रहा है। पानी सर के ऊपर से गुजर गया, अब आरपार की लड़ाई होगी।
एनएमडीसी में जहां वर्ष 2010 में 1525 वर्कमैन थे उस समय दो माइनिंग दो प्लांट थे और अब तीन माइनिंग और तीन प्लांट हो गए हैं। पर मजदूरों की संख्या बढ़ने की जगह कम हो गई है। अब बैलाडिला प्रोजेक्ट में 1240 रेगुलर कर्मचारी ही काम कर रहे हैं। प्रबंधन का खुद मानना हैं की 450 नियमित मजदूरों की भर्ती होनी हैं। उन भर्ती को भी केंद्र सरकार के द्वारा रोक कर रखा गया हैं। श्रम संघ का कहना है जहां एक तरफ प्रोडक्शन का टारगेट बढ़ाया जा रहा हैं।
CG News: वहीं नई मशीनें नहीं आ रहे हैं, मैन पावर नहीं है, मैनेजमेंट द्वारा टारगेट पूरा करने के लिए ओवरटाइम करवाया जा रहा हैं। जिससे कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा हैं। (chhattisgarh news) अप्रैल 2024 से कॉन्ट्रेक्ट लेबर का भी वेतन समझौता ड्यू हैं उस पर भी प्रबंधन बात नहीं कर रही हैं। ऐसे और भी समझौते होने हैं। एनएमडीसी के सभी मजदूर संगठन मिलकर प्रबंधन को सीधी कार्यवाही के लिए 14 दिनों का अल्टीमेटम हड़ताल नोटिस देने जा रहे हैं। इस बार मजदूर आरपार की लड़ाई के मूड में हैं।