Smart PDS scheme: मध्य प्रदेश के दतिया जिले में स्मार्ट पीडीएस स्कीम लागू की जा रही है। 337 राशन दुकानों का डिजिटलाइजेशन हो रहा है, जिससे ई-केवाईसी आधारित पारदर्शी और भ्रष्टाचारमुक्त राशन वितरण संभव होगा।
Smart PDS scheme: दतिया में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) को डिजिटल करने की प्रक्रिया जोरों पर है। जिले के सभी 1.29 लाख पीडीएस राशन लेने वाले परिवारों की ई-केवायसी तेजी से कराई जा रही है। अब तक 75 प्रतिशत परिवारों की ई-केवायसी पूरी हो चुकी है, जबकि शेष 25 फीसदी परिवारों की ई-केवायसी का कार्य अगले 10 दिनों में पूरा करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कार्य किया जा रहा है।
पीडीएस से राशन लेने वाले परिवारों के अलावा सहकारी उपभोक्ता भंडारों को भी डिजिटल प्रणाली से जोड़ा जा रहा है, जिनके माध्यम से राशन का वितरण किया जाता है। दतिया शहर में 19, भांडेर और सेंवद्रा नगरीय क्षेत्र में 31 उपभोक्ता भंडार संचालित हैं। इसी तरह ग्राम पंचायत क्षेत्रों में 287 पीडीएस दुकानें कार्यरत हैं। इन सभी 337 पीडीएस दुकानों को डिजिटल प्रणाली से जोड़ा जा रहा है, जिससे पारदर्शिता और सुचारू वितरण सुनिश्चित किया जा सके।
अब अधिकारियों को राशन वितरण केंद्रों का निरीक्षण करने की आवश्यकता नहीं होगी। स्मार्ट पीडीएस प्रणाली के तहत राशन की आवक, वितरण, और शेष स्टॉक की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी। अधिकारी कार्यालय में बैठकर ही पूरी प्रक्रिया की निगरानी कर सकेंगे।
337 पीडीएस दुकानों को डिजिटल रूप में स्मार्ट बनाया जाएगा। इस योजना को लागू करने के लिए केंद्र सरकार 60% राशि उपलब्ध कराएगी, जबकि 40% राशि राज्य सरकार खर्च करेगी। इस नई प्रणाली से राशन वितरण अधिक पारदर्शी और भ्रष्टाचारमुक्त होगा।
स्मार्ट पीडीएस योजना को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह से सक्रिय हैं। कार्डधारकों की 100% ई-केवायसी कराने के अलावा दुकानों को डिजिटल मोड में लाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। योजना का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री अन्न दूत योजना को प्रभावी बनाना और वितरण प्रणाली को अधिक संगठित करना है।
वर्तमान स्थिति
1.29 लाख परिवार जिले में राशन प्राप्त कर रहे हैं।
337 उपभोक्ता भंडार कार्यरत हैं।
75% कार्डधारकों की ई-केवायसी पूरी।
25% ई-केवायसी कार्य शेष।
स्मार्ट पीडीएस व्यवस्था 1 अप्रैल से लागू होगी।
स्मार्ट पीडीएस स्कीम के तहत नागरिकों को स्मार्ट राशन कार्ड जारी किए जाएंगे।
हितग्राही राशन दुकान पर कार्ड को स्कैन करेंगे। इसके बाद उनकी पहचान सत्यापित की जाएगी। उपभोक्ता को अपनी पहचान फिंगरप्रिंट स्कैनर से कन्फर्म करनी होगी। सत्यापन पूरा होते ही उन्हें राशन आवंटित कर दिया जाएगा।
जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी एमएल मालवीय ने बताया कि राशन वितरण प्रणाली में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। ई-केवायसी की गति तेज की गई है और स्मार्ट पीडीएस के सुचारू संचालन की तैयारियां पूरी की जा रही हैं।
दतिया ही नहीं, बल्कि जिले के कस्बाई और ग्रामीण क्षेत्रों में भी 1 अप्रैल से स्मार्ट पीडीएस व्यवस्था पूरी तरह से लागू हो जाएगी। प्रशासनिक स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, जिससे जरूरतमंदों को बिना किसी परेशानी के राशन मिल सके।