Dausa Railway Station: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत करोड़ों रुपए की लागत के विकास कार्य होने से दौसा रेलवे स्टेशन की तस्वीर बदलने लगी है।
दौसा। दौसा-गंगापुर रेल लाइन के शुरू होने के बाद दौसा स्टेशन को जंक्शन का दर्जा मिलने के साथ ही अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत करोड़ों रुपए की लागत से विकास कार्य से स्टेशन की तस्वीर बदली हुई नजर आने लगी है। इसके तहत स्टेशन पर 12 मीटर चौड़ाई में फुट ओवरब्रिज का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। इससे आने वाले समय में यात्रियों को एक से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने-आने में सहुलियत मिल सकेगी।
जानकारी के अनुसार रेलवे की ओर से अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उत्तर-पश्चिम रेलवे के जयपुर मण्डल पर दौसा स्टेशन पर करीब 15 करोड़ रुपए की लागत से विकास कार्य कराएं जा रहे है। जो अंतिम चरण में है।
इसके तहत महिला प्रतीक्षालय व सामान्य प्रतीक्षालय, सामान्य शौचालय, टिकट हॉल, कार पार्किंग, टू व्हीलर पार्किंग, स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार, सर्कुलेटिंग एरिया, अतिथि कक्ष, दीवारों पर आर्ट पेंटिंग आदि का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार पुर्नविकसित स्टेशन पर नई अत्याधुनिक यात्री सुविधाएं एवं मौजूदा सुविधाओं के अपग्रेडेशन से यात्रियों को बेहतर व उत्कृष्ट सुविधाएं मिलेंगी।
स्टेशन पर एक से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए 12 मीटर चौड़े ऊपरी पैदल पुल (फुट ओवरब्रिज) का निर्माण कार्य भी चल रहा है। इस पर गर्डर लांचिंग का कार्य कर लिया गया है। इससे यात्रियों को एक से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने-आने में सुविधा मिल सकेगी। वहीं आने वाले समय में इस जगह पर खान-पान की सुविधाएं भी प्रदान की जा सकेंगी। राजगढ़ स्टेशन पर भी 12 मीटर चौड़ा एफओबी बनाया गया है। वहीं बांदीकुई में धीमी गति से निर्माण हो रहा है।
दौसा स्टेशन पर सर्कुलेटिंग एरिया में सुलभ कॉम्लेक्स बनाया गया है। इसकी काफी समय से मांग चली आ रही थी। पुर्नविकास कार्य के दौरान दिव्यांगजनों की सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया है। दो पहिया, चोपहिया व दिव्यांगजनों के लिए अलग-अलग पार्किंग की सुविधा विकसित की गई है। वहीं समुचित चौड़ाई में एफओबी की सुविधा होने से यात्रियों के ट्रेक कूदकर एक से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने पर भी रोक लग सकेगी।