देहरादून

विमान से टकराया पक्षी, उड़ान के 55 मिनट बाद इमर्जेंसी लैंडिंग, 172 यात्री थे सवार

Emergency Landing:बेंगलुरू जा रहा विमान पक्षी के टकराने की आशंका के चलते 55 मिनट बाद जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर दोबारा लैंड करना पड़ा। इस दौरान 172 यात्रियों की जिंदगी सांसत में पड़ी रही। हालांकि दोबारा लैंडिंग के साढ़े तीन घंटे बाद विमान बेंगलुरू को रवाना हो गया था।

2 min read
Oct 29, 2025
जौलीग्रांट एयरपोर्ट देहरादून

Emergency Landing:पक्षी टकराने की आवाज आने के कारण विमान सवार 172 यात्रियों में हड़कंप मच गया। ये घटना मंगलवार को देहरादून के जौलीग्रांट से बेंगलुरू जा रहे विमान में घटी। जौलीग्रांट से बेंगलुरु जाने वाले इंडिगो के विमान ने मंगलवार शाम 6:05 बजे उड़ान भरी। जौलीग्रांट पुलिस के मुताबिक, उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही विमान से संभवत: कोई पक्षी टकरा गया। इसके बाद विमान सात बजे तक देहरादून के राजाजी पार्क क्षेत्र और छुटमलपुर के बीच हवा में ही चक्कर लगाता रहा। 55 मिनट के बाद शाम सात बजे विमान को वापस जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उतारा गया। जौलीग्रांट पुलिस चौकी के प्रभारी नवीन डंगवाल के मुताबिक, बेंगलुरु वाले विमान में कुछ आवाज आई थी। ऐसा अनुमान है कि पक्षी टकराया होगा। सुरक्षा के मद्देनहर विमान को वापस उतारने का निर्णय लिया गया। सभी यात्री सुरक्षित हैं। बताया कि जांच-पड़ताल के बाद विमान को दोबारा टेकऑफ कराया गया।

तीन फ्लाइट पर पड़ा असर

बेंगलुरु जाने वाले 180 सीटर विमान में 172 यात्री सवार थे। इस घटनाक्रम के चलते तीन फ्लाइट पर असर पड़ा। देहरादून से दिल्ली जाने वाला इंडिगो का विमान जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर कुछ घंटे खड़ा रहा। शाम करीब 7:06 बजे बेंगलुरु जाने वाला विमान उतरने के बाद दिल्ली के विमान ने दून से उड़ान भरी। उसी दौरान दिल्ली और मुंबई से दून आने वाली फ्लाइट को डायवर्ट कर दिल्ली ही उतारा गया। दूसरी ओर, देहरादून से मुंबई जाने वाली फ्लाइट ने मुंबई के लिए रात करीब 9:50 बजे उड़ान भरी। जबकि, इस विमान को 6:20 बजे जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर उतरना था और 6:55 बजे मुंबई के लिए रवाना हो जाना था। ऐसे में इस विमान के यात्री भी करीब तीन घंटे तक परेशान रहे।

तकनीकी दिक्कत आने की भी आशंका

विमान की 55 मिनट बाद दोबारा लैंडिंग से हड़कंप मच गया था। एयरपोर्ट अथॉरिटी के मुताबिक बेंगलुरु के लिए इंडिगो की उड़ान भरने के बाद कुछ तकनीकी समस्या आ गई थी। पायलट ने दून से 8 मील दूर 5600 फीट ऊंचाई पर रुकने का अनुरोध किया। बाद में आने वाले दिल्ली और मुंबई के विमानों को दून में रनवे और हवाई क्षेत्र की बाधाओं के कारण दिल्ली एटीसी स्तर पर रोका गया। दोनों को दिल्ली मोड़ा गया, क्योंकि उनमें ईंधन कम था। बेंगलुरु के विमान को बाद में वापस उतारने का निर्णय लिया गया।

Published on:
29 Oct 2025 08:46 am
Also Read
View All

अगली खबर