देहरादून

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के गणित के सवाल का आईएएस ट्रेनी अफसरों को जाड़े में आया पसीना, नहीं दे पाए जवाब

Defense Minister Rajnath questions in Uttarakhand केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह देहरादून पहुंचे। जहां उन्होंने इन ट्रेनी अफसरों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एक सवाल पूछ लिया। जिसका जवाब देने में ट्रेनी अफसरों को जाड़े में पसीना आ गया।

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फोटो सोर्स- एक्स राष्ट्रीय रक्षा अकादमी

Defense Minister Rajnath questions in Uttarakhand देहरादून पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी के कार्यक्रम में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने ट्रेनी आईएएस अफसरों को संबोधित किया। संबोधन के दौरान रक्षा मंत्री ने ऐसा सवाल पूछ लिया कि ट्रेनी आईएएस इधर-उधर झांकने लगे। एक अफसर ने जवाब दिया। लेकिन वह भी गलत निकला। इस पर रक्षा मंत्री ने सही उत्तर निकालने का तरीका बताया। यह विषय चर्चा में बना हुआ है।

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लाल बहादुर शास्त्री रक्षा अकादमी पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

उत्तराखंड के मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय रक्षा अकादमी पहुंचे। रक्षा मंत्री ने आईएएस अधिकारियों की ट्रेनी टीम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एक ऐसा सवाल पूछ लिया। जिससे ट्रेनी अफसरों का सर चकरा गया। रक्षा मंत्री ने पूछा कि किसी व्यक्ति ने अपने पास से आधा हिस्सा 'ए' को दे दिया। उसका वन थर्ड 'बी' को दे दिया। शेष बचे सौ रुपए उसने 'सी' को दे दिए। अब आप बताइए कि उस व्यक्ति के पास कुल कितने रुपए थे? कोई जवाब ना आने पर राजनाथ सिंह ने एक बार फिर अपना सवाल दोहराया।

आईएएस ट्रेनी अफसर का गलत जवाब मिला

इस पर एक ट्रेनी आईएएस अधिकारी ने जवाब दिया कि उस व्यक्ति के पास कुल 3 हजार थे। इस पर रक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तर गलत है। इसके बाद रक्षा मंत्री ने कहा कि जिस प्रकार मान लेने से गणित में सवालों के उत्तर मिल जाते हैं। ठीक उसी प्रकार सिर्फ मान लेने से आस्था और विश्वास की चीजों का हल हो जाता है। सवाल का सही उत्तर ही नहीं दिया बल्कि उसका नियम भी बताया।

रक्षा मंत्री ने दिया जवाब

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का जन्म चंदौली में हुआ था। उनके पिताजी रामबदन सिंह खेती किसानी करते थे। जबकि माता का नाम गुजराती देवी था। उनकी शुरुआती शिक्षा गांव में हुई थी। इसके बाद उन्होंने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में एमएससी की डिग्री प्राप्त की। मिर्जापुर स्थित केबी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में उन्होंने शिक्षण कार्य किया। इस दौरान वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं में जाने लगे।

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