मंगलवार की देर रात यूपी के पूर्व आईजी अमिताभ ठाकुर को ट्रेन से हिरासत में लिया गया है। वह दिल्ली जा रहे थे। शाहजहांपुर में सादे कपड़ों में आधी रात कुछ लोग ट्रेन में घुसे और उन्हें अपने साथ ले गए। पहले खबर आई कि अमिताभ को किडनैप किया गया है, लेकिन बाद में सामने आया कि उन्हें देवरिया पुलिस ने हिरासत में लिया है।
मंगलवार की रात पूर्व आईपीएस व आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर को शाहजहांपुर से देवरिया पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बुधवार को देवरिया में न्यायालय में पेश किया जाने का अनुमान है।बुधवार दोपहर में दिवानी कचहरी में भारी पुलिस फोर्स पहुंची थी। फिलहाल अभी उन्हें पेश नहीं किया जा सका था।जानकारी के मुताबिक अमिताभ ठाकुर को देवरिया पुलिस ने शाहजहांपुर स्टेशन पर ट्रेन से उतारा। देवरिया में उन पर कुछ दिन पहले केस दर्ज हुआ था। उन्हें जांच में सहयोग नहीं करने पर गिरफ्तार किया गया है।
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को बुधवार सुबह लखनऊ पुलिस देवरिया लेकर पहुंची, जहां सदर कोतवाली में उनसे करीब दो घंटे तक पूछताछ की गई। कोतवाली परिसर को सुबह से ही पूरी तरह छावनी में बदल दिया गया था। बाहरी लोगों, पत्रकारों और फरियादियों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया। कई बार प्रयास के बावजूद पुलिस अधिकारियों ने पूछताछ और गिरफ्तारी से जुड़े सवालों पर कोई जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया।
पूर्व आईपीएस पर दर्ज मामला 26 साल पुराना है। उस समय अमिताभ देवरिया SP थे। आरोप है कि जाली डॉक्यूमेंट्स से उनकी पत्नी ने देवरिया के औद्योगिक क्षेत्र में प्लॉट लिया। बाद में उसे बेचकर लाभ अर्जित किए । SP होने के बाद भी अमिताभ ने एक्शन नहीं लिया, बल्कि साथ दिया। इस मामले में 3 महीने पहले लखनऊ में अमिताभ के खिलाफ केस दर्ज हुआ। इसके बाद लखनऊ पुलिस ने SIT का गठन किया।
पुलिस के मुताबिक, SIT ने देवरिया और बिहार में रिकॉर्ड की जांच की। गवाहों से पूछताछ और दस्तावेजों की पुष्टि की। पर्याप्त सबूत मिलने के बाद अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार किया। नूतन ठाकुर ने कहा कि 26 साल पुराना मामला सामान्य सिविल विवाद को अब जबरदस्ती आपराधिक केस में बदला जा रहा है। यह मुकदमा जबरन दर्ज कराया गया, वे जल्द ही सबूत पेश करेंगी और खुद को निर्दोष साबित करूंगी। फिलहाल कोर्ट में उनकी पेशी को लेकर भारी फोर्स तैनात है।